सफलता की कहानी-भरतपुर में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत करवाये जा रहे कार्यों से गांव में आयी रौनक

मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कारण गांव के कई घरों में रौनक आ गई है। गांव के अधिकांश लोगों का मुख्य कार्य कृषि एवं पशुपालन है जब तक मानसून की मेहरबानी होती है तो गांव के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती जब अकाल पड़ जाता है तब लोगों को कर्ई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिला मुख्यालय से लगभग 65 किमी की दूरी पर स्थित रूपवास पंचायत समिति के गांव डुमरिया में डब्लूएचएस निर्माण शीशम वाला का कार्य किया जा रहा है।

mjsa-story02-pic01रूपवास पंचायत समिति के ग्राम डुमरिया में डब्लूएचएस निर्माण शीशम वाला कार्य अभियान के तहत 5 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इस कार्य को 1 मार्च से प्रारम्भ किया गया है। कार्य पर लगभग 4 लाख रुपये खर्च किये जा चुके है। इस कार्य पर वेस्टवीयर भी लिया गया है जिससे अतिरिक्त पानी बहकर बाहर निकलकर चला जायेगा।

ग्रामवासियों ने बताया कि यह बांध कई वर्षो पहले बना हुआ था लेकिन वर्षाकाल के दौरान बिना रख-रखाव के बीच में से ही टूट गया जिससे वर्षा का पानी बहकर व्यर्थ में नालों के माध्यम से नदियों में चला जाता था जिससे स्थानीय क्षेत्र में पेयजल एवं सिंचाई के लिए पानी का भयंकर अभाव हो गया जिसकी वजह से स्थानीय ग्रामीणों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पडता था।

डब्लूएचएस निर्माण शीशम वाला कार्य ग्रामवासियों के अनुसार ही चयन किया गया था। अभियान के अन्तर्गत जल संरक्षण के हेतु कराये जाने वाले कार्य से बांध में वर्षाकाल में पानी का ठहराव होगा जिससे स्थानीय क्षेत्र में कृषि को भरपूर पानी मिलेगा। बांध के निर्माण से स्थानीय क्षेत्र का जल स्तर भी बढेगा जिसकी वजह से स्थानीय क्षेत्र के कुंऎ एवं ट्यूबवैलों में जल स्तर की वृद्धि होगी। इस बांध के निर्माण हो जाने के बाद स्थानीय कृषकों को सिंचाई हेतु जल एवं स्थानीय क्षेत्र के लोगों को पेयजल सुलभ हो जायेगा।

स्थानीय ग्रामीणवासियों के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान वरदान बनकर आया है।

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