डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की 127वीं जयंती पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह

आज डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की 127वीं जयंती के अवसर पर बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी ने सबको समान अधिकार दिलाने, भेदभाव व कुप्रथाओं को मिटाने तथा पिछड़े तबके को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। हम पिछड़े व वंचित वर्गों को समाज की मुख्यधारा में लाने एवं समानता दिलाने का काम निरंतर कर रहे हैं। बाबा साहब के आदर्शों का अनुसरण करते हुए हमने हमेशा से 36 की 36 कौम को साथ लेकर चलने में विश्वास किया है।

मेरा मानना है कि अगर हम सभी साथ मिलकर चलेंगे तो राजस्थान निरंतर प्रगति के पथ पर बढ़ता रहेगा और देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाएगा।

कुछ लोग आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन मैं आप सभी को विश्वास दिलाना चाहती हूं कि आरक्षण समाप्त नहीं होगा और हम ऐसा किसी को करने भी नहीं देंगे। बाबा साहब के सपनों को पूरा करते हुए सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितों की रक्षा के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध है। इसके तहत विभिन्न पदों पर इन्हें पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिला है। भामाशाह रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत एससी व एसटी के लिए ब्याज अनुदान दर को 4% से बढ़ाकर 8 % किया है। उद्योग की स्थापना हेतु ऋण राशि 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख की है। एससी के युवाओं के लिए हमने विनिर्माण क्षेत्र में उद्यम लगाने हेतु ऋण राशि 10 लाख के बढ़ाकर 25 लाख की है। एससी की महिलाओं के पक्ष में अचल सम्पत्ति की ट्रांसफर डीड पर स्टाम्प शुल्क घटाकर 3 प्रतिशत किया।

जयपुर व कोटा शहर के छात्रावासों में रहने वाले एससी छात्रों को मुख्यमंत्री निःशुल्क कोचिंग योजना के माध्यम से आईआईटी, आईआईएम, लॉ, राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल और राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान में प्रवेश की तैयारी सरकार द्वारा निःशुल्क करवाई जा रही है। साथ ही अम्बेडकर फैलोशिप योजना एवं अम्बेडकर सहकारी बैंकों से एससी वर्ग के कृषकों को करीब 10 हजार करोड़ रुपये के अल्पकालीन ऋण वितरित किए जा चुके हैं।

हमारी सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के युवाओं के लिए उद्योग में रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने के लिए अनूठी योजना शुरू की जा रही है। इसके तहत यदि किसी उद्यम में राजस्थान के मूल निवासी एससी-एसटी के 15 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी होंगे तो प्रत्येक को एम्प्लॉयमेन्ट सब्सिडी 5 हजार रु से बढ़ाकर 10 हजार रु प्रतिवर्ष दी जाएगी। कुल मिलाकर लाभ अधिकतम 85 हजार प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष दिया जाएगा।

वहीं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा श्रेणी के अतिरिक्त वे सभी परिवार जिनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रु से कम है, उनके नवजात बच्चों की दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों के ऑपरेशन की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सभी 191 स्थानीय निकायों में अम्बेडकर भवन बनाए जाने की नींव रखी। इस भवन का उपयोग एससी/एसटी लोगों द्वारा सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए किया जा सकेगा। मुझे खुशी है कि आज अम्बेडकर जयंती के अवसर पर 21 हजार 136 सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। मैंने डॉ. बीआर अम्बेडकर फाउण्डेशन, मूण्डला में डिजिटल लाइब्रेरी और डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी, जयपुर द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र में निर्मित सभा भवन का लोकार्पण भी किया। साथ ही माननीय राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी ने बीआर अम्बेडकर फाउण्डेशन, मूण्डला में बनने वाले महिला एवं पुरूष छात्रावासों का शिलान्यास किया। इस दौरान समारोह में समाज सेवा, महिला कल्याण, न्याय एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले 11 लोगों को अम्बेडकर पुरस्कार से सम्मानित किया। साथ ही वृद्धावस्था पेंशन से विधवा पेंशन में रूपान्तरित 2 महिलाओं को पीपीओ प्रमाण पत्र, 11 लोगों को अनुसूचित जाति-जनजाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम द्वारा स्वरोजगार के लिए दिए गए 2 लाख रुपये तक के बकाया ऋण एवं ब्याज माफी के पत्र और 5 व्यक्तियों को स्वरोजगार के लिए ऋण पत्र प्रदान किए। इससे पूर्व मैंने अंबेडकर सर्किल स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किए।

मुझे जानकार हर्ष है कि आज शहरी क्षेत्रों के अलावा अब हमारे ग्रामीण क्षेत्र भी खुले में शौच से मुक्त हो गये हैं। आजादी के बाद पहली बार हमारे प्रदेश ने इस लक्ष्य को हासिल किया है। इससे न केवल लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा बल्कि महिलाएं व बालिकाएं इज्जत और सम्मान के साथ जीवन जी सकेंगी। एक वर्ष पूर्व ही इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मैं टीम राजस्थान को धन्यवाद देती हूं। लेकिन समय-समय पर इसकी थर्ड पार्टी ऑडिट भी होगी ताकि इस अभियान में किसी तरह की लापरवाही न हो पाएं।

कार्यक्रम के दौरान मैंने महत्वपूर्ण घोषणाएं की। ऐसे उद्योग जिनमें उत्पादन 1 मई, 2018 से पहले प्रारम्भ हुआ है या जिन्हें एलिजिबिलिटी प्रमाण-पत्र या कस्टमाइज पैकेज 1 मई, 2018 से पूर्व जारी किये गये हैं, उनके लिये वर्तमान में दी जा रही एम्प्लॉयमेंट जनरेशन सब्सिडी की व्यवस्था ही लागू रहेगी, परन्तु ऐसे उद्योगों को नई व्यवस्था के अनुरूप एम्पलॉयमेंट सब्सिडी के विकल्प की सुविधा दी जाएगी।

राज्य में एससी-एसटी, महिला एवं दिव्यांग वर्ग के मूल निवासियों, जो नया उद्योग लगाते हैं और 1 मई, 2018 के बाद से उत्पादन शुरु करते हैं तो उन्हें एम्प्लॉयमेन्ट सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इनमें राजस्थान मूल के लोगों को नियुक्त किए जाने पर अधिक एम्प्लॉयमेन्ट सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

राज्य के पिछडे़ और अति पिछडे़ क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों (सीमेन्ट सेक्टर के अलावा), एससी-एसटी, महिला एवं दिव्यांग वर्ग के उद्यमों तथा एग्रो प्रोसेसिंग और एग्रो मार्केटिंग क्षेत्र उद्यमों में राजस्थान के मूल निवासियों के लिये एम्प्लॉयमेन्ट सब्सिडी 45,000 से बढ़ाकर 75,000 रुपये प्रति कर्मचारी, प्रतिवर्ष दिए जाएंगे। वहीं इसी में अन्य श्रेणी के लिए 40 हजार से बढ़ाकर 70 हजार रु प्रति कर्मचारी प्रतिवर्ष दिए जाएंगे। इसी क्रम में राजस्थान के मूल निवासी एससी-एसटी, महिला एवं दिव्यांग वर्ग के कर्मचारियों को नियुक्त करने पर प्रत्येक कर्मचारी के लिये एम्प्लॉयमेन्ट सब्सिडी में 5,000 रुपए की अतिरिक्त वृद्धि की जाएगी।

मैं आपको बताना चाहूंगी कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से इस वर्ष 1 लाख 35 हजार भर्तियां की जाएगी। सरकारी नौकरियों में भाग लेने वाले जिन युवाओं के परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रु से कम है उनकी फॉर्म की फीस अब एससी/एसटी, महिला व विशेष दिव्यांग अभ्यर्थियों के समकक्ष ही ली जाएगी।

मैं इस खास अवसर पर सभी प्रदेशवासियों से आह्वान करती हूं कि हम सब मिलकर बाबा साहब के सिद्धांतों का जीवन में अनुसरण करें, भेदभाव रहित समाज बनाने का संकल्प लें और देश व प्रदेश को आदर्श के तौर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

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