हैरिटेज संरक्षण के लिए शुरू की जाए स्किल ट्रेनिंग

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हैरिटेज व कलाओं के संरक्षण एवं संग्रहालयों की सार-संभाल के स्किल ट्रेनिंग कोर्स शुरू किए जाएं ताकि प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत को सहेजने के साथ – साथ युवाओं को रोजगार के अवसर भी मुहैया कराए जा सकें।

श्रीमती राजे सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर श्रम, रोजगार, स्किल्स एवं टेक्निकल ट्रेनिंग के क्षेत्र में बजट घोषणाओं पर हुई प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हेयर स्टाइलिंग, ब्यूटिशियन, न्यूट्रिशन एवं डाइटीशियन के स्किल ट्रेनिंग कोर्स निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों के सहयोग से शुरू किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल ट्रेनिंग का लाभ महिलाओं को भी मिल सके, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने एपरेल, ब्यूटी जैसे क्षेत्रों से जुड़ी अलग-अलग स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए मल्टी स्किल सेन्टर शुरू करने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के आईटीआई संस्थानों को निजी क्षेत्र के सहयोग से अपग्रेड करने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने प्रदेश में 15 लाख रोजगार के अवसरों के सृजन, स्किल ट्रेनिंग के लिए हुए एमओयू, प्रत्येक जिले में स्किल ब्राण्ड एम्बेसडर बनाए जाने एवं स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना के संबंध में हुई प्रगति की भी समीक्षा की।

बैठक में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री काली चरण सराफ, श्रम राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पाल सिंह, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, श्रम आयुक्त श्री रजत कुमार मिश्र, आरएसएलडीसी के एमडी श्री गौरव गोयल, आयोजना सचिव श्री अखिल अरोड़ा, विशेष सचिव वित्त श्री सुरेश चन्द्र दिनकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 25 मई 2015