सफलता की कहानी, ऐ सो न्याय तो बातां म ही सूण्यो

गांव-गांव के कांकड़ में प्रशासनिक अमला जाकर राजस्व लोक अदालत लगाकर मौके पर ही वर्षां पूराने जमीनी मामलों को रजामंदी और प्रशासनिक सहयोग से चंद मिनटों से कुछ घण्टों के समय में ही निपटा कर काश्तकारों के हक को कानूनी अमली जामा मौके पर ही पहना कर लोक अदालत का हुक्मनामा अधिकार-पत्रा स्वरूप प्रदान कर रही है तो किसानों कोे सुखद आश्चर्य हो रहा है।

कुछ ऐसी सुखद आश्चर्य कि स्थिति अलवर जिले की किशनगढबास तहसील की ग्राम पंचायत बघेरी कला में न्याय आपके द्वार अभियान के तहत लगी राजस्व लोक अदालत में ग्राम बघेरी कलां निवासी 75 वर्षीय सीमांत कृषक सुखदेव पुत्रा मूल्या के लिए आयी जब उसने उपखंड अधिकारी श्री उम्मेदी लाल मीणा के समक्ष खातेदारी के हक के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। उपखंड अधिकारी ने आवश्यक दस्तावेज लेकर सिर्फ 2 घण्टे में की कवायद में सुखदेव को 50 वर्ष उपरान्त गैर खातेदारी से खातेदारी के हक का अदालती प्रमाण पत्रा सौंपा।

खातेदारी अधिकार मिलने के बाद सुखदेव के मुंह से अनायास ही शब्द निकल गये कि त्र्ऐ सो न्याय तो बातां म ही सूण्यो थोत्र् अर्थात जिस प्रकार से राज्य सरकार गांव-गांव जाकर वर्षां से अपने हक से महरूम अन्तिम छोर के साधन विहिन काश्तकारों को न्याय प्रदान कर रही है। ऐसा तो किस्से कहानियों में ही सुनते थे और इस सरकार ने इसे साकार कर दिया। सुखदेव ने सरकार का आभार जताते हुए कहा कि इस अभियान से कृषक बिना अदालतों एवं सरकार कार्यालयों के चक्कर लगाये और उसमें होने वाले समय और पैसों की बचत कर हाथों-हाथ लाभान्वित हो रहे है।

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