अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सजगता ही साक्षरता

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (8 सितम्बर)

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (8 सितम्बर) पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे साक्षरता के महत्व को जन-जन तक फैलाकर राज्य को सम्पूर्ण साक्षर बनाने में अपनी महत्ती भूमिका निभाएं।

श्रीमती राजे ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षा न केवल मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी है बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की भी आधारशिला है। प्रदेश के सम्पूर्ण विकास के लिए महिला एवं पुरूष दोनों का ही समान रूप से साक्षर होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा एवं साक्षरता को बढ़ावा देना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साक्षरता का मतलब केवल शाब्दिक ज्ञान होना नहीं है, बल्कि इसका अर्थ लोगों को उनके अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाना भी है। इसी जागरूकता से सामाजिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने के अभियान में प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे।

जयपुर, 8 सितम्बर 2016