किसानों ने अपना साफा उतारकर मुख्यमंत्री के सिर पर रखा कहा आपने हमारी सारी तकलीफ दूर कर दी
खेती की बिजली दरें कम करने से खुश किसानों ने किया मुख्यमंत्री का अभिनन्दन
प्रदेश के विभिन्न इलाकों से बड़ी तादाद में किसान सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे तथा किसानों के हित में किए गए फैसले के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री का अभिनन्दन करने आए तमाम काश्तकारों ने एक स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री जी आपने हमारी सारी तकलीफ दूर कर दी है। कृषि बिजली की दरें घटाने से आज पूरे प्रदेश का काश्तकार राहत महसूस कर रहा है। आपने आम काश्तकार की परेशानी को समझते हुए जिस संवेदनशीलता के साथ यह निर्णय लिया है उससे लाखों किसानों को फायदा होगा।
श्रीमती राजे ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों का दुख हमारा दुख है। किसानों की तकलीफ हमारी तकलीफ है। किसानों की आंखों में हम आंसू नहीं देख सकते। इसलिए किसानों की पीड़ा को दूर करना हमारा दायित्व है। उन्हें हर प्रकार से राहत देकर सम्बल प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान हमारे साथ है जिसके सहयोग से हम राजस्थान को खुशहाल बनाएंगे।
अपना साफा उतारकर मुख्यमंत्री के सिर पर रखा
फागी तहसील के हचूकड़ा गांव से आए किसान श्री रामरतन गुर्जर ने अन्य किसानों के साथ श्रीमती राजे का चुनरी ओढ़ाकर अभिनन्दन किया। वहीं चित्तौड़ा गांव के किसान कैलाश चैधरी ने तो सम्मान के रूप में अपना साफा उतारकर मुख्यमंत्री के सिर पर रख दिया।
आपके बीच स्वस्थ महसूस कर रही हूं
मुख्यमंत्री ने किसानों से रूबरू होते हुए कहा कि आपके खिले चेहरों को देखकर मेरी तो बिमारी गायब हो जाती है। आपके बीच आते ही मैं स्वस्थ हो जाती हूं। आपसे मुझे बहुत ऊर्जा मिलती है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान किसान परिवारों की महिलाओं के साथ भी बातचीत की।
अलगोजों से निकले खुशी के सुर
मुख्यमंत्री निवास पर इन किसानों ने लोक गीत गाए, ढोलक, मंजीरे और अलगोजे बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। अपने साथ ये किसान चाकसू क्षेत्र की लोक कला मण्डलियों को भी साथ लाए और नाचते-गाते अपनी भावनाएं अभिव्यक्त की।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती राजे ने कृषि बिजली की दरें घटाने सहित प्रदेश के किसानों को कई सौगातें दी हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए निर्णय किया है कि राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग द्वारा कृषि विद्युत कनेक्शन की नई दरों का बढ़ा हुआ भार सरकार वहन करेगी।
जयपुर, 20 फरवरी 2017