करौली को बनायेंगे आधुनिक और हैरिटेज सिटी
करौली, 15 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने करौली शहर के एकीकृत विकास को लेकर शनिवार को करौली स्थित भंवर विलास में एक बैठक ली, जिसमें डवलपमेंट प्लान करौली-2020 प्रस्तुत किया गया।
करौली के विकास को लेकर आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कहा कि यहां के प्राकृतिक सौन्दर्य और ऐतिहासिक पुरा सम्पदा को ध्यान में रखकर करौली का विकास किया जाये, ताकि करौली शहर विश्व के मानचित्र पर हैरिटेज शहर के रूप में अच्छे तरीके से उभरे और पर्यटन के लिहाज से अपनी एक अच्छी पहचान बनाये। बैठक में पूर्व विधायक श्रीमती रोहिणी कुमारी, डांग विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री चन्द्रपाल सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री तनमय कुमार, श्री टी रविकांत, जिला कलक्टर डाॅ. बी.एल. जाटावत, वरिष्ठ नगर नियोजक श्री आरके विजयवर्गीय, नगरीय विकास विभाग के मुख्य अभियन्ता श्री केके शर्मा मौजूद थे।
बैठक में वरिष्ठ नगर नियोजक विजयवर्गीय ने जो ’डवलपमेंट प्लान फाॅर करौली-2020’ का प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया, उसमें करौली के आधुनिक विकास को लेकर कार्य योजना थी। इस प्रजेंटेशन में करौली के रावल महल, सुख विलास, गोपाल सिंह जी की छतरी, शहर की ऐतिहासिक इमारतें, दीवारें, द्वार, खिड़कियां, शाही कुण्ड, मोतीपाल जी का बाग, रणगमां ताल, मदन मोहन जी मंदिर, कैला देवी मंदिर, पाचना डेम, केदारगिरी जी की गुफा जैसे महत्वपूर्ण स्थानों के विकास को लेकर व्यापक चर्चा हुई। बैठक में शहर को आधुनिक एवं आकर्षक शहर की शक्ल में बदलने के लिए सीवरेज, डेªनेज, डिवाइडर, सर्विस रोड, पब्लिक पार्क को लेकर भी विचार विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश भी दिए कि करौली के विकास के लिए जल्द कार्य शुरू किये जाये।
यहां उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद गत दिनों वरिष्ठ नगर नियोजक श्री आरके विजयवर्गीय के नेतृत्व में एक दल ने करौली शहर का भ्रमण कर विकास की संभावनाओं को देखा और डवलपमेंट प्लान करौली-2020 बनाया, जिसे आज मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।