भावी पीढ़ी का चरित्र निर्माण करने वाली हो शिक्षा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि शिक्षा ऐसी हो जिससे हमारी भावी पीढ़ी का चरित्र निर्माण हो और वे बेहतर नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा कि विद्याभारती द्वारा संचालित विद्यालय इसी प्रकार की शिक्षा के माध्यम से समाज को नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। यह संस्था 12 हजार 364 पूर्ण विद्यालय तथा 12 हजार से अधिक संस्कार केन्द्रों के माध्यम से 34 लाख से अधिक बच्चों को शिक्षा दे रही है।

मुख्यमंत्री श्रीमती राजे सोमवार को बांसवाड़ा जिले के कोठारा गांव में विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के तत्वावधान में विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रही थीं।

श्रीमती राजे ने कहा कि विद्या भारती संस्थान ने जिले के जनजाति क्षेत्र में भी श्रेष्ठ कार्य किया है और बहुत कम समय में देशभर में पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी शैक्षिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों की देशभर में सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा में गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के माध्यम से 40 हजार विद्यार्थियों का नामांकन किया गया है, वहीं डूंगरपुर में मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने जनजाति क्षेत्र के लिए गत दिनों की गई घोषणाओं के बारे में बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में जनजाति बीपीएल काश्तकारों के कुओं को गहरा कराया जाएगा। सर्वे के अनुसार 18 हजार कुओं को गहरा कराने की योजना है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 1 हजार नए मां बाड़ी केन्द्र खोलने के साथ ही प्रतापगढ़ में महाराणा प्रताप बटालियन, बांसवाड़ा में मेवाड़ भील कोर, जिले में तीन स्थानों पर अन्नपूर्णा रसोई वैन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 37 हजार आवासों के निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में बिजली कनेक्शन देने की दृष्टि से अभूतपूर्व कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले 60 वर्षों में इस क्षेत्र में एक लाख 90 हजार घरेलू विद्युत कनेक्शन दिए गए थे, जबकि गत चार वर्ष में सरकार ने यहां 35 हजार कनेक्शन दिए हैं। इसी प्रकार गत 60 वर्षों में 9 हजार कृषि कनेक्शन दिए थे, जबकि राज्य सरकार ने गत चार वर्षों में 6 हजार कनेक्शन दिए हैं और 700 आवेदनों को जनवरी माह तक पूर्ण कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में बिजली के लिए गत चार वर्षों में 300 करोड़ रुपए व्यय किये गए हैं। आगामी एक साल में 100 करोड़ रुपये और व्यय करने की योजना है।

समारोह को रणुजा धाम, गुजरात के वैद्य दलसुखदास महाराज, विद्याभारती के यतीन्द्र शर्मा, आर.के.समूह के अशोक पाटनी, कुंजबिहारी शर्मा एवं शिवप्रसादजी ने भी संबोधित किया।

समारोह में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत, जिले के प्रभारी व पीएचईडी राज्यमंत्री सुशील कटारा, संसदीय सचिव भीमाभाई, राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी, सांसद मानशंकर निनामा, विधायक नवनीतलाल निनामा, जीतमल खांट, नगरपरिषद सभापति मंजूबाला सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

जयपुर/बांसवाड़ा, 8 जनवरी 2018