राजस्थान जल संरक्षण मिशन की शुरूआत 13 दिसम्बर से

राजस्थान जल संरक्षण मिशन की शुरूआत 13 दिसम्बर से प्रदेश के 100 गांवों में एक साथ होगी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर राजस्थान जल संरक्षण मिशन की कार्य मार्गदर्शिका प्रारूप को अंतिम रूप देने के लिए आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया।

श्रीमती राजे ने कहा कि मिशन के अन्तर्गत चयनित गांवों में जल संरक्षण से सम्बन्धित सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण हों, इसकी सुनिश्चिता होनी चाहिए ताकि जनता को इन कार्यों का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को जल के समुचित उपयोग के बारे में जागृत कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाए।

राजस्थान जल संरक्षण मिशन के अन्तर्गत प्रथम वर्ष में चयनित होने वाले गांवों में 27 जनवरी, 2016 को एक साथ वृहद स्तर पर जल संरक्षण एवं संग्रहण के कार्य शुरू होंगे तथा 30 जून, 2016 तक इन सभी कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा जायेगा ताकि आगामी वर्षा से प्राप्त होने वाले जल को संग्रहित किया जा सके।

बैठक में मिशन की कार्य मार्ग निर्देशिका के प्रारूप को अंतिम रूप देते हुए इसमें सभी विभागों, व्यापार संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, काॅरपोरेट सेक्टर, ट्रस्ट, मीडिया एवं आमजन की सक्रिय सहभागिता से व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ जल संरक्षण गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। मिशन की सफलता के लिए विषय विशेषज्ञों को सम्मिलित करते हुए आई.ई.सी. सेल गठित करने का निर्णय लिया गया।

राजस्थान जल संरक्षण मिशन का मुख्य उद्देश्य आमजन की सहभागिता से गांवों को जल आत्मनिर्भर बनाकर पेयजल का स्थाई समाधान करना तथा उपलब्ध होने वाले जल का संग्रहण एवं संरक्षण कर सिंचाई क्षेत्रफल बढ़ाना है।

बैठक में जल संसाधन मंत्री डाॅ. रामप्रताप, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री राजकुमार रिणवा, राजस्थान रिवर बेसिन आॅथोरिटी के अध्यक्ष श्री श्रीराम वडीरे, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन सहित सम्बन्धित विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव एवं शासन सचिव मौजूद थे।

जयपुर, 19 सितम्बर 2015