दूषित पानी की समस्या जल्द होगी दूर

रामगढ के सर्वसमाज के साथ जनसंवाद

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि अलवर जिले के मत्स्य औद्योगिक क्षेत्र (एमआईए) से निकलने वाले दूषित पानी की समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती अपर्णा अरोरा को निर्देश दिए हैं कि इस औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों से चर्चा कर यहां के लोगों की बरसों पुरानी इस समस्या को दूर करने के लिए रास्ता निकालें। श्रीमती राजे ने यहां जल्द ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने और हंस सरोवर बांध में औद्योगिक अपषिष्ट युक्त पानी नहीं छोड़ने के सख्त निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री सोमवार को अलवर जिले में रामगढ़ क्षेत्र के सर्वसमाज के लोगों के साथ जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। करीब सात घंटे से भी अधिक समय तक श्रीमती राजे ने विभिन्न समाजों के लोगों से संवाद किया, उनकी समस्याएं सुनीं तथा उन्हें दूर करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इस बात पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की कि कई साल पूर्व जमीन आवंटित किए जाने के बावजूद उद्योगों द्वारा यहां से निकलने वाले गंदे पानी के ट्रीटमेन्ट की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई है और इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

हमें आप पर है भरोसा

जनसंवाद के दौरान बड़ी संख्या में मेव समाज के लोग भी पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं बताते हुए कहा कि हमें आप पर पूरा भरोसा है कि आप हमारी तकलीफों को अवश्य दूर करेंगी। मेव समाज के प्रतिनिधियों ने वीर हसन खां मेवाती का पेनोरमा बनाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। समाज के प्रतिनिधियों ने सरकारी विद्यालयों में उर्दू के शिक्षक नियुक्त करने, करने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य लोकसेवा आयोग को उर्दू अध्यापकों के चयन के लिए अभ्यर्थना भेजी हुई है और शीघ्र ही विद्यालयों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे।

अलवर लाएंगे चम्बल का पानी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अलवर जिले को चम्बल का पानी मिले, इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को दिल्ली में वे केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री श्री नितिन गडकरी के साथ चर्चा करेंगी कि कैसे पूर्वी राजस्थान के धौलपुर, भरतपुर तथा अलवर जिलों को चम्बल का पानी दिया जा सकता है।

चिकित्सकों को तत्काल रिलीव करें

जनसंवाद के दौरान सर्वसमाज के लोगों ने गोविन्दगढ़ के अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से रोगियों को हो रही परेशानी की ओर श्रीमती राजे का ध्यान आकृष्ट किया। लोगों ने बताया कि यहां नियुक्त पांच में से दो चिकित्सकों को अलवर के सामान्य चिकित्सालय में प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा है। मुख्यमंत्री ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दोनों चिकित्सकों को तत्काल रिलीव करें और गोविन्दगढ़ लगाएं।

विभिन्न समाज के लोगों ने अलवर से रामगढ़ होते हुए नौगांव जाने वाली सड़क को फोरलेन बनाने की मांग मुख्यमंत्री के सामने रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सड़क अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन हो जाएगी और इसे फोरलेन बनाने का काम शीघ्र शुरू किया जा सकेगा।

इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा, संभागीय आयुक्त श्री राजेश्वर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री हेमन्त प्रियदर्शी, जिला कलक्टर श्री राजन विशाल, पुलिस अधीक्षक श्री राहुल प्रकाश आदि भी उपस्थित थे।

जयपुर/अलवर, 13 नवम्बर 2017