बिजली की समस्याओं के लिए अब 24 घंटे काॅल सेन्टर बारां व झालावाड़ से होगी शुरूआत

बारां-झालावाड़, 23 दिसम्बर। प्रदेश के शहरों में बिजली की समस्याओं के 24 घंटे समाधान के लिए काॅल सेन्टर स्थापित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को बारां जिले के मोतीपुरा (छबड़ा) में 250 मेगावाट की छबड़ा थर्मल पाॅवर की चतुर्थ इकाई का लोकार्पण करने के बाद आयोजित समारोह में इस सम्बन्ध में घोषणा की।

श्रीमती राजे ने कहा कि झालावाड़, बारां व झालरापाटन के लोगों की विद्युत सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण के लिए 1 जनवरी, 2015 से काॅल सेन्टर की स्थापना की जायेगी, जो 24 घंटे कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था प्रदेश के सभी शहरों के लिए की जायेगी। शहरों के बाद इस सुविधा को गांवों में भी शुरू किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि बिजली सम्बन्धी समस्याओं के समाधान के लिए काॅल सेन्टर पर वाहन एवं मोबाइल तकनीकी टीम 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। काॅल सेन्टर पर शिकायत प्राप्त होते ही विद्युत विभाग की मोबाइल टीम मौके पर पहुंचेगी और समस्या का समाधान करेगी। श्रीमती राजे ने कहा कि यह सुविधा शुरू होने के बाद लोगों की बिजली सम्बन्धी समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि हाड़ौती में झालावाड़, बारां व कोटा के बीच पाॅवर का एक बहुत बड़ा हब विकसित हो रहा है, इस सुपर क्रिटीकल पाॅवर हब का कोटा संभाग के साथ ही पूरे प्रदेश को लाभ मिलेगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि 2008 में हमारी सरकार ने विद्युत तंत्र में सुधार कर उसे जिस स्थिति में छोड़ा था, उसकी ओर गत सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। पिछले पांच साल में विद्युत तंत्र के साथ खिलवाड़ किया गया और हमें 2013-14 में जो स्थिति हमें दिखी उसमें और 2008 की स्थिति में जमीन-आसमान का अंतर है। हमने 15 हजार करोड़ रुपये का बिजली का कर्ज छोड़ा था, जो पिछले पांच साल में बढ़कर 77 हजार करोड़ तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को ठीक करने के लिए हम सभी को मिलकर मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि 2009 से 2013 तक जो कार्य नहीं हुए है उन्हें हम पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।