बिना देरी किये पूरा करें मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने देवस्थान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के मंदिरों के जीर्णोद्धार कार्य को बिना देरी किये पूरा कराया जाये। उन्होंने कहा कि हर माह इस कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाये और अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता पड़ने पर विभागीय आवंटन के अतिरिक्त सहयोग के अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाये।

श्रीमती राजे सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में देवस्थान विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने कहा कि मंदिरों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना नही करना पड़े। उन्होंने निर्देश दिये कि मंदिरों के ट्रस्टों का व्यवस्थित एवं सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाये।

मुख्यमंत्री ने नाथद्वारा में चल रहे सड़क निर्माण एवं मंदिर विस्तार कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नाथद्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के रद्द किये जा चुके पुराने टेण्डर के स्थान पर नये सिरे से टेण्डर मंगवाकर काम शीघ्रता से शुरू कराया जाये।

श्रीमती राजे ने खाटूश्यामजी, गोगामेड़ी, डिग्गी कल्याणजी, कैलादेवी मंदिर करौली, मेहंदीपुर बालाजी, बेणेश्वरधाम, रूपनारायण जी सेवंत्री एवं तनोटराय मंदिरों के बारे में की गई बजट घोषणाओं की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने गोविन्ददेवजी मंदिर, जयपुर के विकास कार्यों की जानकारी ली।

बैठक में देवस्थान राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, देवस्थान श्री अशोक शेखर, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री पी.एस.मेहरा सहित विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 18 मई 2015