भारत के इतिहास की पुनः समीक्षा करनी होगी – केन्द्रीय गृहमंत्री
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत के इतिहास की पुनः समीक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय विज्ञान और वैदिक संस्कृति बहुत ही समृद्ध रही है। लेकिन कुछ इतिहासकारों ने देश के इतिहास को विद्रूप करने का प्रयास किया है। इसलिए इसकी एक बार फिर समीक्षा करने की आवश्यकता है।
श्री सिंह राजसमंद जिले के गांव सेमा में महाराणा प्रताप जयन्ती के अवसर पर मंगलवार को आयोजित सांस्कृतिक संध्या समारोह में बोल रहे थे। समारोह में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे, राज्य मंत्रिमण्डल के सदस्य, सांसद, विधायक तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत की वैदिक संस्कृति में वैदिक गणित और ज्ञान-विज्ञान की जो अमूल्य धरोहर है, वह आज भी प्रासंगिक है। और उसका महत्व कम नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमारी खगोल विद्या और गणनाएं आज भी तर्क-संगत, सटीक और पूर्णतः सही है, लेकिन फिर भी कुछ इतिहासकारों ने हमारी इस वैदिक संस्कृति को अवैज्ञानिक बताने का दुस्साहस किया है।
श्री सिंह ने कहा कि हमारे योगा को आज पूरे विश्व में एक नई पहचान मिली है। हमारे वेदों में ज्ञान और विज्ञान का अमूल्य खजाना है, इसलिए भारतीय इतिहास की समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति किसी अन्य संस्कृति से किसी भी दृष्टि से कम नहीं है और हमें इसकी महत्ता को पुनःस्थापित करना होगा।
जयपुर/उदयपुर,7 जून,2016




