नई पीढ़ी इतिहास पुरूषों के जीवन से ले सकेगी प्रेरणा

बाबा रामदेव स्मारक का शिलान्यास

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेष में इतिहास और देवी-देवताओं की स्मृतियों को जीवन्त बनाने की कोषिष कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्मारकों का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि नई पीढ़ी अपने इतिहास और इतिहास पुरूषों के जीवन से प्रेरणा ले सके।

श्रीमती राजे सोमवार को जैसलमेर जिले के सुविख्यात रामदेवरा में बाबा रामदेव स्मारक (पैनोरमा) के शिलान्यास के अवसर पर जनसभा को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने विधि-विधान एवं धार्मिक परम्पराओं के साथ स्मारक का शिलान्यास किया। उन्होंने बाबा रामदेव मंदिर में दर्षन भी किए और प्रदेष की सुख-षांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि रामदेवरा में पैनोरमा के लिए 3 करोड़ रूपये लागत की कार्य योजना (डीपीआर) बन चुकी है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव 36 की 36 कौम के पूजनीय हैं। यहां पूरे प्रदेष ही नहीं दूर-दूर से, पूरी दुनिया के लोग बाबा की समाधि के दर्षन करने आते हैं। उन्होंने कहा कि यहां मूर्ति एवं मजार साथ-साथ हैं। यहां हिंदुओं के लिए द्वारिकाधीष हैं, तो वहीं मुस्लिमों के लिए रामसापीर।

श्रीमती राजे ने कहा कि रामदेवरा आने वाले पैदल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जोधपुर से रामदेवरा तक अच्छी एवं कच्ची सड़क बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जोधपुर से देचू 124 कि.मी. मार्ग पर कच्चा रास्ता स्वीकृत कर दिया गया है तथा दूसरे चरण में देचू-रामदेवरा तक का रास्ता दिसम्बर में स्वीकृत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पदैल यात्रियों की सुविधा एवं दुर्घटना से बचाव के लिए कुल 190 कि.मी. का पैदल रास्ता विकसित किया जाएगा। साथ ही, रामदेवजी के मंदिर के पास रामसरोवर तालाब के विकास कार्यों के लिए ढाई करोड़ रूपये की डीपीआर बनाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा रामदेव की पवित्र भूमि के पास पोकरण हमारे राष्ट्र की शक्ति का प्रतीक है। यहां वर्ष 1974 व वर्ष 1998 में परमाणु परीक्षण हुए थे।

प्रदेश में चल रहे विकास कार्यो की चर्चा करते हुए श्रीमती राजे ने बताया कि राज्य सरकार ने ’’न्याय आपके द्वार’’ कार्यक्रम के तहत 16 हजार राजस्व षिविरों में 21 लाख 43 हजार मामले निपटाए, जो एक रिकार्ड है। उन्होंने बताया कि राज्य में 61 ग्राम पंचायत राजस्व विवादों से मुक्त हो चुकी हैं और हमारा लक्ष्य है कि अगले तीन वर्षो में सारा प्रदेश राजस्व विवाद से मुक्त हो सके। इसके लिए हम न्याय आपके द्वार कार्यक्रम को आगे भी जारी रखेंगे।

मुख्यमंत्री ने रिसर्जेन्ट राजस्थान की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें साढे तीन लाख करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। अब इनके तहत प्रदेश में निवेष आएगा और लोगों को नौकरियों के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि रिसर्जेन्ट राजस्थान में जयपुर आए देषी-विदेषी लोगों ने शहर की साफ-सफाई की सराहना की है और कहा कि जयपुर की सुंदरता लाजवाब हैं। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छता अभियान को निरंतर चलाना होगा। प्रदेश को पाॅलिथीन के प्रयोग से मुक्त करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे गायों की दुर्दषा होती है। उन्होंने लोगों से जैसलमेर को पाॅलिथीन-मुक्त बनाने के प्रयास करने का आह्वान किया।

श्रीमती राजे ने प्रदेष की विकास की तस्वीर पर चर्चा करते हुए बताया कि रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार विकास के लिए उपयुक्त राज्यों की रैंकिंग में हम देश में तीसरे स्थान पर हैं, वहीं ईज आॅफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में विष्व बैंक ने छठे स्थान पर रखा है। प्रदेश में विद्युत उत्पादन की स्थिति भी सुदुढ़ है, वहीं सौर उर्जा उत्पादन में हम पहले पायदान पर हैं। उन्होंने कहा कि टीम राजस्थान के सहयोग से आधुनिक विकसित राजस्थान बनाने के गम्भीर प्रयास किए जा रहे हैं।

राज्य धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकारसिंह लखावत ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बाबा रामदेव पैनोरमा के लिए ग्राम रामदेवरा तहसील पोकरण के खसरा संख्या 195 में दस बीघा भूमि आवंटित की गई है। इस पर प्राधिकरण द्वारा काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्मारक में बाबा रामदेव की जीवनी, विभिन्न प्रेरणादायी प्रसंगों और गौरवषाली गाथाओं को फाइबर पैनल, धातु, सिलिकाॅन और मारबल की मूर्तियों, पेंटिग्स, शिलालेखों तथा आॅडियो-विजुअल माध्यमों के जरिए भव्यता के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।

समारोह में राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम चैधरी, सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, जैसलमेर जिले के विधायक श्री छोटूसिंह भाटी, श्री शैतानसिंह राठौड़, श्री पब्बाराम विष्नोई, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, नगर परिषद की सभापति श्रीमती कविता खत्री, बाबा रामदेव मंदिर समिति के गादीपति श्री भौमसिंह तंवर, पूर्व विधायक श्री सांगसिंह भाटी, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिक उपस्थित थे।

जैसलमेर/जयपुर, 30 नवम्बर 2015