शिकायतों के निस्तारण में संवेदनशीलता बरतें अधिकारी

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘राजविकास‘ की पांचवीं बैठक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में अधिकारी संवेदनशीलता बरतें। उन्होंने कहा कि शिकायतों को रिजेक्ट करने की बजाय उन्हें हल करने पर फोकस किया जाए और नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कलक्टरों को निर्देश दिए कि वे जिलों में चल रहे विकास कार्यों को मौके पर जाकर देखें।

श्रीमती राजे सोमवार को राजविकास की पांचवीं बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख शासन सचिवों, सचिवों एवं जिला कलक्टरों को सम्बोधित कर रही थीं।

समस्या निस्तारण के लिए दिया सीएम को धन्यवाद

मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान दौसा स्थित वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष में बैठे बागड़ी (दौसा) निवासी श्री कैलाश मीणा से बात की और उनसे पूछा कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर की गई उनकी शिकायत के निस्तारण से वे संतुष्ट हैं या नहीं। श्री मीणा ने शिकायत के निस्तारण पर पूरी तरह से संतुष्टि जताई और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

श्री मीणा ने 9 फरवरी, 2017 को एक शिकायत पोर्टल पर दर्ज करवाई थी, जिसमें उन्होंने बिलौना खुर्द में तैनात ग्राम सेवक रामावतार छीपा द्वारा अपने घर के पास स्थित हैण्डपम्प पर वर्ष 2014 से अनाधिकृत तरीके से मोटर लगाकर पानी निजी उपयोग में लेने की शिकायत की थी। कलक्टर द्वारा पूछे जाने पर दौसा जिला परिषद के सीईओ ने लालसोट बीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर मार्च, 2017 में इसे बंद कर दिया था। शिकायतकर्ता ने 22 मई, 2017 को इस संबंध में दौसा कलक्टर को फिर से शिकायत की। जिस पर कलक्टर ने टिप्पणी की कि इस मामले की जांच फिर से करने की जरूरत नहीं है। 8 सितम्बर, 2017 को यह शिकायत 181 पर दर्ज कराई गई, जिसके बाद लालसोट सब-डिवीजन के एईएन को इसकी जांच करने को कहा गया। यह शिकायत अधीक्षण अभियन्ता, एसई दौसा सर्किल तक पहुंची। 25 सितम्बर, 2017 को एसई, दौसा सर्किल ने इसे पीएचईडी के मुख्य अभियन्ता को फॉरवर्ड कर दिया, जिसमें बताया गया कि उपखण्ड स्तर पर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

ग्राम सेवक निलम्बित, बीडीओ के खिलाफ होगी कार्यवाही

यह पूरा प्रकरण राजविकास की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के लिए लिस्ट होने पर पूरा तंत्र हरकत में आया और शिकायत को ग्रामीण विकास विभाग के पास भेजा गया क्योंकि हैण्डपम्प ग्राम पंचायत ने लगवाया था। जांच के दौरान मोटर लगाकर हैण्डपम्प के पानी के दुरूपयोग के दोषी ग्राम सेवक रामावतार छीपा को निलम्बित किया गया। अवैध रूप से लगी मोटर हटाई गई। इसके अलावा गलत रिपोर्ट देने के लिए ग्राम सेवक बागड़ी, लालसोट बीडीओ के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

श्रीमती राजे ने प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बीडीओ की रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों के बारे में लापरवाही बरतने वाले जिला परिषद सीईओ के साथ-साथ मामले को इधर-उधर टालने वाले पीएचईडी के इंजीनियरों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए। उन्होंने दौसा कलक्टर सहित सभी कलक्टरों को सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को गम्भीरता से लेकर तुरन्त निस्तारण के लिए जबावदेही तय करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान बगड़ (झुंझुनूं) निवासी श्री विनोद की शिकायत पर की गई कार्यवाही के बाद में श्रम सचिव श्री टी. रविकान्त से जानकारी ली। श्री विनोद ने शुभ शक्ति योजना के तहत पुत्री की शादी में मिलने वाली 55 हजार रूपये की सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत 19 अगस्त, 2017 को पोर्टल पर की थी। 29 अगस्त को झुंझुनूं के श्रम कल्याण अधिकारी ने इस शिकायत को बंद करते हुए इसे निस्तारित बता दिया था। 11 अक्टूबर, 2017 को शिकायतकर्ता ने इसे रि-ओपन करवाया था। शिकायत राजविकास के लिए लिस्ट होने के बाद हरकत में आए श्रम विभाग ने राशि 13 अक्टूबर को शिकायतकर्ता के खाते में स्थानानतरित कर दी और सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ 17 सीसीए की कार्यवाही शुरू कर दी।

दिव्यांग शिविरों में नहीं हो औपचारिकता

श्रीमती राजे ने दिव्यांग शिविरों में अभी तक सिर्फ 10 हजार 182 दिव्यांग सर्टिफिकेट जारी होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिविरों में आ रहे दिव्यांगों को अधिक से अधिक राहत मिले इसके प्रयास किए जाएं। उन्होंने मुख्य सचिव श्री अशोक जैन को निर्देश दिए कि दिव्यांग शिविरों की प्रगति की समीक्षा कर इसमें तेजी लाई जाए।

टालने की बजाय शिकायत निस्तारण पर ध्यान दें अधिकारी

श्रीमती राजे ने अलवर निवासी श्री मुश्ताक के भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इलाज के संबंध में की गई शिकायत को लेकर टालमटोल करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई। श्रीमती राजे ने प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि ऐसे प्रकरणों में अधिकारी संवेदनशील होकर कार्य करें ताकि लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया को अधिकारी पेचीदा बनाने की बजाय उन्हें हल करने पर फोकस करें। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों को रिजेक्ट करने के बजाय उनके उचित समाधान के प्रयास किए जाएं। शिकायतों के निस्तारण में मानवीयता के पहलू पर विशेष ध्यान दिया जाए।

फेसबुक पेज पर हो योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों के जिला स्तर पर बने ऑफिशियल फेसबुक पेज को नियमित रूप से अपडेट किया जाए और उन पर राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओ से जुड़ी सक्सेज स्टोरीज के वीडियो अपलोड किए जाएं। उन्होंने कहा कि योजनाओं के तहत जिन लोगों को लाभ मिला है उनसे बातचीत कर छोटे-छोटे वीडियो तैयार किए जाएं।

मौसमी बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करें

श्रीमती राजे ने डेंगू, चिकनगुनिया एवं स्वाइन फ्लू जैसी मौसमी बीमारियों के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने की आवश्यकता जताई और कहा कि आईईसी के माध्यम से लोगों को बताया जाए कि किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर मरीज हॉस्पिटल पहुंचकर जांच कराएं।

सड़क खोदें तो मरम्मत भी तुरन्त हो

मुख्यमंत्री ने सभी कलक्टरों एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पाइप लाइन सहित अन्य कार्यों के लिए सड़कें खोदकर उन्हें खुली छोड़ देने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाएं। उन्होंने कहा कि रोडकट कम से कम किया जाए और पाइप लाइन डालते ही उसकी मरम्मत भी समय पर कर दी जाए ताकि शहरवासियों को परेशानी नहीं उठानी पड़े। उन्होंने सड़कों के पैचवर्क में भी गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।

विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा

श्रीमती राजे ने अमृत योजना के तहत प्रदेश के विभिन्न शहरों में चल रही सीवरेज एवं जलापूर्ति परियोजनाओं की जानकारी प्रमुख शासन सचिव, स्वायत्त शासन श्री मंजीत सिंह से ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत योजना के तहत हो रहे कार्यों को तय समय पर पूरा किया जाए साथ ही, उनकी गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने द्रव्यवती रिवर प्रोजेक्ट की प्रगति के बारे में अतिरिक्त मुख्य सचिव यूडीएच श्री मुकेश शर्मा से जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बनाए जा रहे पेनोरमा की प्रगति के बारे में अतिरिक्त मुख्य सचिव कला एवं संस्कृति से विस्तृत जानकारी ली और पेनोरमा निर्माण कार्य समय पर पूरा करने के साथ-साथ निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान देने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने चम्बल कैनाल प्रोजेक्ट की दाईं मुख्य नहर के रिनोवेशन एवं मजबूती के कार्य तथा तकली मध्यम सिंचाई परियोजना की प्रगति के बारे में प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन श्री शिखर अग्रवाल से जानकारी ली। उन्होंने जैसलमेर के सोनार किले के रेस्टोरेशन कार्य की भी जानकारी ली। स्किल डवलपमेंट यूनिवर्सिटी के वीसी श्री ललित पंवार को उन्होंने एनिमेशन, फिल्म शूटिंग से जुड़ी साउण्ड डबिंग एवं कटिंग जैसे कोर्सेज शुरू करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य सचिव श्री अशोक जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री डीबी गुप्ता, प्रमुख सचिव सूचना एवं प्रौद्योगिकी श्री अखिल अरोरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 30 अक्टूबर 2017