किसान जैविक खेती, जल के सीमित उपयोग पर फोकस करें

किसानों, पशुपालकों, डेयरी संघ के पदाधिकारियों के साथ बजट पूर्व चर्चा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार और किसानों को प्रदेश में जैविक खेती का विस्तार करने तथा बूंद-बूंद सिंचाई को बढ़ावा देकर जल संसाधनों का समुचित प्रबन्धन करने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे।

श्रीमती राजे राज्य बजट 2017-18 के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में राज्य भर के किसानों, पशुपालकों, डेयरी संघ के पदाधिकारियों के साथ बजट पूर्व बैठक में संवाद कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए किसानों को कृषि उत्पादों की टेस्टिंग और प्रमाणीकरण की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कृषकों को इसके लिए उपलब्ध सरकारी अनुदानों को पूरा उपयोग करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल की उपलब्धता सीमित होने के कारण राजस्थान में किसानों को बूंद-बूंद सिंचाई वाली इजराइली तकनीक पर आधारित खेती अपनानी होगी। उन्होंने किसानों को कृषि क्षेत्र के लिए बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में और अधिक सुधार करने की जानकारी दी।

इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप, सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक, राजस्व राज्य मंत्री श्री अमराराम और ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह, राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री शंभूसिंह खेतासर, राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री जगमोहन बघेल, राज्य भण्डारण निगम के अध्यक्ष श्री जनार्दन सिंह गहलोत, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अशोक जैन तथा श्री सुदर्शन सेठी, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री प्रेम सिंह मेहरा सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी, राज्य के विभिन्न जिलों से प्रगतिशील किसान, पशुपालक, डेयरी संगठनों तथा जनजाति क्षेत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

जयपुर, 31 जनवरी 2017