ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016

आधुनिक तकनीक से ही किसानों की तरक्की संभव -मुख्यमंत्री

श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने से ही प्रदेश और किसानों की तरक्की होगी। उन्होंने कहा कि कृषि से सम्बन्धित सभी क्षेत्रों को साथ लेते हुए कृषि का इस प्रकार विकास किया जाए कि किसानों एवं प्रदेश को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

श्रीमती राजे बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 के लोगो एवं ब्रोशर के विमोचन और वेबसाइट के शुभारम्भ के बाद अधिकारियों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विभिन्न फसलों के उत्पादन की नियमित रूप से ट्रेकिंग कर यह विश्लेषण किया जाए कि किन फसलों में बेहतर उत्पादन और बेहतर मूल्य मिलने की संभावना है।

कृषि विकास के इन्डीकेटर्स तय करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि विकास के इन्डीकेटर्स तय कर उनके अनुरूप एक्शन प्लान बनाया जाए ताकि किसान समृद्ध और खुशहाल बन सके। उन्होंने कहा कि तिलहन, मसालों सहित अन्य कई जीन्स के उत्पादन में राजस्थान अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इनके साथ-साथ दालों, उद्यानिकी, बागवानी सहित अन्य नकदी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास किया जाए।

शोध, शिक्षा और उद्योगों को कृषि से जोड़ेंगे

श्रीमती राजे ने कहा कि ग्राम-2016 में कृषि के साथ-साथ पशुपालन, कृषि आधारित उद्योगों, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि शिक्षा, शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने पर फोकस किया जाएगा ताकि आधुनिक कृषि के क्षेत्र में राजस्थान अग्रणी बनें। साथ ही, रोजगार के अवसर बढ़ें और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।

कृषि में निवेश पर रहेगा फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए कृषि को उद्योगों के साथ जोड़ना बहुत जरूरी है। इसलिए कृषि आधारित उद्योगों की कुछ परियोजनाओं का खाका पहले ही तैयार कर लिया जाए ताकि ग्राम-2016 में निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कृषि उत्पादों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए कोल्ड चैन एवं लाॅजिस्टिक्स के बेहतर प्रबंधन एवं बेस्ट प्रेक्टिसेज को अपनाने पर जोर दिया।

कृषि से जुड़ेगा पर्यटन

श्रीमती राजे ने कहा कि इटली की तर्ज पर प्रदेश में कृषि को पर्यटन से जोड़ने की अच्छी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास करें कि प्रदेश में कृषि से जुड़े नवाचारों और शोध कार्यों को जानने के लिए पर्यटक आएं और यहां रहकर कृषि पद्धतियों के बारे में समझें। उन्होंने कहा कि ऐसे फार्म तैयार करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाए जहां पर्यटकों के लिए होम स्टे सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों।

ग्राम के लोगो, ब्रोशर एवं वेबसाइट लाॅन्च

इससे पहले मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी की उपस्थिति में ग्राम-2016 की वेबसाइट http://gramrajasthan.in का शुभारम्भ किया और लोगो एवं ब्राॅषर का विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो। इसी दिषा में कृषि क्षेत्र में सतत वृद्धि हासिल करने के लिए नीतिगत, तकनीक एवं बुनियादी ढांचे से सम्बंधित आवष्यक उपाय किए जा रहे हैं।

लोगो में है मांडणा की झलक

‘ग्राम‘ के लोगो में सूर्य का ग्राफिक है क्योंकि ऊर्जा का मूल स्रोत सूर्य ही है। यह ग्राफिक राजस्थानी ‘मांडणा‘ कला से प्रभावित है। ‘मांडणा‘ राजस्थान के गांवों की कला है, जो कि किसानों के विकास, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है, जो कि ‘ग्राम‘ के आयोजन का भी मुख्य उद्देश्य है।

इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव कृषि श्रीमती नीलकमल दरबारी, कृषि निदेषक श्री अंबरीश कुमार, फिक्की अध्यक्ष श्री हर्षवर्धन नेवटिया, फिक्की महासचिव डॉ. ए. दीदार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

ग्राम-2016 के बारे में

ग्राम-2016 जयपुर के सीतापुरा में जयपुर एग्जीबिषन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में 9 से 11 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। राजस्थान सरकार एवं फैडरेषन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जाने वाले इस इवेंट में 40,000 से अधिक किसान भाग लेंगे।

जयपुर,29 जून 2016