हौसले को है मेरा सलाम

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने देवासी समाज के उस होनहार एवं आत्म विश्वासी युवा सप्ताराम देवासी के हौंसले को सलाम किया और कहा कि वह दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद हौसले की उड़ान भरकर विद्यालयी शिक्षा से स्नातकोत्तर तक शिक्षा पाकर अपने माता-पिता का सहारा भी बना।

मुख्यमंत्री ने बाड़मेर जिले के जेतेश्वर धाम में सोमवार को कहा कि जोधपुर जिले के स्वामीजी की ढाणी निवासी सप्ताराम देवासी के दोनों हाथ नहीं है। उसका जुनून देखो वो कहता है, मां-बाप का सहारा बनूंगा, पढूंगा और आत्मनिर्भर बनूंगा। उसने सैकेंडरी, सीनियर सैकेंडरी, जयनारायण व्यास विश्व विद्यालय जोधपुर से बी.कॉम, एवं एम. कॉम. प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की और अब सीए बनने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे उनके हौसले की उड़ान को सलाम करती है।

उन्होनें कहा कि यह राइका समाज ही नहीं, सबके लिए एक उदाहरण है। राइका समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं, उनका हौसला बढ़ाकर उच्च शिक्षा तक पहुंचाएं एवं आत्मनिर्भर बनाएं। उन्होंने कहा कि हमने राइका समाज को विशेष पिछड़ा वर्ग में जो आरक्षण दिया है, लोग उसका लाभ उठाएं।

बाड़मेर, 30 नवम्बर 2015