बाड़मेर में पशुपालक आवासीय विद्यालय खोला जाएगा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने पशुपालकों के बच्चों की शिक्षा के लिए बाड़मेर में पशुपालक आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा की है। अगले वित्तीय वर्ष के बजट में प्रावधान करके इस विद्यालय की स्थापना की जाएगी।

मुख्यमंत्री सोमवार को बाड़मेर जिले की सिणधरी तहसील के जेतेश्वर धाम में राईका समाज के संत रूपाराम जी महाराज के भंडारा महोत्सव को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। उन्होनें कहा कि शिक्षा का जीवन में महत्व है और पशुपालक पशुधन संरक्षण तो करते हैं, मगर शिक्षा पर भी ध्यान देना जरूरी है। राइका समाज के लोगों से झालावाड़ में हुई अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए उन्होनें कहा कि इनके निष्क्रमणीय कार्याें को देखकर जालोर, बासवाड़ा एवं झालावाड़ में पशुपालक आवासीय विद्यालय खोले और अब बाड़मेर में ऐसा स्कूल खोला जाएगा। उन्होनें कहा कि कृषि एवं पशुपालन हमारी अर्थव्यवस्था के प्रमुख आधार में से है। किसान एवं पशुपालक, पशुधन एवं पशु-संपदा को एक जगह बनाए रखने वाला समाज है। जोधपुर के पास नस्ल सुधार केन्द्र भी संचालित हो रहा है।

उन्होनें कहा कि पशु स्वास्थ्य सुधार के लिए सरकार ने अनेक कार्य किए हैं और किए जा रहे हैं। राज्य में 200 पशु चिकित्सालय क्रमोन्नत किए गए तथा पशु स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गई है। इसके साथ ही 26 नई तहसीलों में पशुधन संस्थान चालू करने के साथ 228 तहसीलों में पशुधन चल इकाई शुरू करवाई गई है। उन्होनें कहा कि रेगिस्तान के जहाज ऊंट को हमने राज्य पशु घोषित किया, जिससे उनका रखरखाव भी अच्छा हो गया। राइका समाज के लिए आवासीय विद्यालय शुरू किए गए। उन्होनें कहा कि विशेष पिछड़े वर्ग में आरक्षण हमने दिया उसका लाभ राइका समाज को उठाना चाहिए। अपने बच्चों को पढाएं, उनका हौसला बढाएं, आत्मनिर्भर बनाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव के कार्य करने में हमारी सरकार पीछे नहीं रहेगी। सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण, लोक देवताओं एवं इतिहास से वाकिफ होना जरूरी है। इसलिए आज ही रामदेवरा में तीन करोड़ की लागत से बनने वाले पैनोरमा की आधारशिला रखी गई है। उन्होनें कहा कि जैसे मौके आते रहेंगे, सरकार राइका समाज की मदद करने में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।

गोपालन एवं देवस्थान राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी ने कहा कि सीमावर्ती जिलों जैसलेमर-बाड़मेर में राइका समाज के लिए योजनाएं बनाने की कार्यवाही की जानी है। उन्होनें राज्य में जो पशुपालक आवासीय विद्यालय खोलने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने कहा कि सरकार ने पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की हैं। किसानों एवं पशुपालकों के हितों का ध्यान रखा है। बाड़मेर जिले में 500 करोड़ की बिजली सुधार की योजना प्रस्तावित की गई है तथा नर्मदा से पानी एवं सिंचाई की सुविधा भी इस क्षेत्र के लोगों को मिलेगी।

इस अवसर पर राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम चैधरी, विधायक श्री लादूराम विश्नोई, श्री हमीरसिंह भायल, श्री कैलाश चैधरी, श्री तरूण राय कागा, श्री जोगाराम पटेल, केन्द्रीय ऊन बोर्ड के अध्यक्ष श्री जसवंतसिंह विश्नोई, पूर्व मंत्री श्री रतन देवासी, पूर्व विधायक श्री कानसिंह कोटड़ी, श्री महेन्द्र मेघवाल, बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव श्री कुंजीलाल मीणा, पुलिस महानिरीक्षक श्री जी.एल.शर्मा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी, जिला कलक्टर श्री एम.एल. नेहरा, पुलिस अधीक्षक श्री परिस देशमुख, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री ओ.पी. बिश्नोई समेत कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री श्रीमती राजे को रेगिस्तानी जहाज ऊंट स्मृति चिन्ह के रूप में भेट किया गया तथा शॉल एवं दुपटटा ओढ़ाकर सम्मान किया गया।

जोधपुर/बाड़मेर, 30 नवम्बर 2015