गायों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए बनेगा अनुसंधान केंद्र

मुख्यमंत्री ने ली पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में देशी गायों की नस्ल सुधार, उनके संरक्षण और संवर्द्धन के लिए अनुसंधान केंद्र स्थापित किया जाए। कामधेनु शोध संस्थान के रूप में स्थापित किए जाने वाला यह अनुसंधान केंद्र राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर से सम्बद्ध होगा। स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अनुसंधान केंद्र में प्रदेश की राठी, थारपारकर एवं सहीवाल नस्लों पर विशेष अनुसंधान किया जाएगा।

श्रीमती राजे शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर पशुपालन विभाग की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विभाग की बजट एवं अन्य घोषणाओं को को गति प्रदान की जाए ताकि पशुपालकों को अधिक से अधिक राहत मिल सके।

बीमार गायों को रखने वाली गौशालाओं को मिलेगी सहायता

मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से कैटल शेड बनाए जाने के कार्य में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आवारा मवेशियों को रखने के लिए हर जिले में गौशालाएं चिन्हित की जाएं। उन्होंने कहा कि जो इच्छुक गौशालाएं बीमार एवं अपंग गायों को रखेंगी, उन्हें राज्य सरकार आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाएगी।

कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों की शुरूआत शीघ्र

श्रीमती राजे ने प्रदेश में कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित किए जाने की योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्य में गति लाई जाए। बैठक में बताया गया कि छह माह में एक हजार गर्भाधान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इनकी लॉन्चिंग शीघ्र की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा के अनुरूप दुग्ध संकलन तथा अवशीतन केंद्रों की क्षमता भी बढ़ाने के निर्देश दिए।

जयपुर में स्थापित होंगी पांच पॉली क्लिनिक

श्रीमती राजे ने जयपुर में पांच बत्ती के पास स्थित जयपुर पॉली क्लिनिक को स्थानांतरित कर आवश्यकता को देखते हुए शहर के विभिन्न इलाकों में पांच पॉली क्लिनिक स्थापित करने के भी निर्देश दिए।

ऊंटों की उन्नत नस्ल के लिए अनुसंधान केंद्र

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऊंटों की उन्नत नस्ल तथा उनके संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए अनुसंधान केंद्र स्थापित किया जाए ताकि ऊंट पालकों तथा प्रदेश को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने पशु बीमा के कार्य को भी गति देने के निर्देश दिए। केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह विश्नोई ने कहा पशु बीमा योजना के तहत भेड़ पालकों की ओर से दी जाने वाले प्रीमियम राशि का 80 प्रतिशत केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड देगा।

बैठक में कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, गोपालन राज्य मंत्री श्री ओटाराम देवासी, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, पशुपालन विभाग के सचिव श्री कुंजीलाल मीणा, राजस्थान पशुपालन एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ए.के. गहलोत, एमडी डेयरी श्री राजेश शर्मा, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. अजय गुप्ता, गोपालन निदेशक डॉ. शैलेष शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 13 मई 2016

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