राजस्थान में पहली बार बिना आॅपरेशन हार्ट वाल्व ट्रांसप्लान्ट करने पर मुख्यमंत्री ने डाॅ. समीन शर्मा व उनकी टीम को बधाई दी

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राजस्थान में पहली बार बिना आॅपरेशन हृदय वाल्व का प्रत्यारोपण करने में सफलता हासिल करने पर ईएचसीसी हाॅस्पिटल, जयपुर के डाॅ. समीन शर्मा एवं उनकी टीम को बधाई दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि डाॅ. शर्मा और उनकी टीम ने नवीनतम टीएवीआई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए बिना आॅपरेशन किए हृदय रोग से पीडि़त वृद्ध महिला का वाल्व बदला। अब तक विदेशों में प्रयोग की जा रही इस तकनीक का लाभ अब राजस्थान के वयोवृद्ध एवं ऐसे अन्य रोगियों को भी मिल सकेगा, जिनके लिए ओपन हार्ट सर्जरी कराना जोखिम भरा है।

उल्लेखनीय है कि ईएचसीसी हाॅस्पिटल, जयपुर के डाॅ. समीन शर्मा, डाॅ. रविंदर सिंह राव, डाॅ. अजीत बाना एवं डाॅ. नवनीत मेहता की टीम ने एओर्टिक स्टेनोसिस की बीमारी से पीडि़त 70 वर्षीय महिला का हृदय का वाल्व बिना आॅपरेशन पैर की धमनी के रास्ते बदलने में सफलता प्राप्त की है। एओर्टिक स्टेनोसिस बीमारी में हृदय का वाल्व सिकुड़ जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। इस कारण हृदय को रक्त पम्प करने में अधिक कार्य करना पड़ता है, जिससे कभी-कभी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।

टीएवीआई तकनीक का इस्तेमाल अमेरिका सहित अन्य विकसित देशों में तो प्रचलित है लेकिन अब राजस्थान में भी यह इलाज संभव हो पाया है।

जयपुर, 24 अप्रेल 2016