मुख्यमंत्री ने उदयपुर एवं राजसमन्द के जनप्रतिनिधियों से की बजट चर्चा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेश के आगामी बजट को लेकर प्रभारी मंत्रियों की मौजूदगी में उदयपुर एवं राजसमन्द जिले के जन प्रतिनिधियों के साथ रविवार को उदयपुर में बैठक की और उनके सुझाव लिए। इन सुझावों के आधार पर राजस्थान का आगामी बजट तैयार किया जाएगा।

दो सत्रों में होटल एम्बिएंस बैठक में संभागीय एवं जिला स्तर प्रशासनिक तथा विभागीय अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। प्रथम सत्रा में प्रभारी मंत्री गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया की मौजूदगी में उदयपुर और दूसरे सत्रा में प्रभारी मंत्री, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की उपस्थिति में राजसमन्द जिले के जन प्रतिनिधियों से चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपने क्षेत्रा की तीन सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कामों के बारे में पूछा और प्रस्तुत सुझावों पर चर्चा की। उन्होंने जन प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों के बारे में संभागीय एवं जिलाधिकारियों से भी तथ्यात्मक जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से राजसमन्द झील पूरे क्षेत्रा में पर्यटन विकास, पहाडि़यों को हरी-भरी करने के लिए वृक्षारोपण, नरेगा में वन विकास गतिविधियां बढ़ाने, उदयपुर टीआरआई में पीपीपी मोड पर कोचिंग की सुविधा के लिए प्रयास करने, सड़क विकास एवं विस्तार के लिए धन का सदुपयोग करने, औद्योगिक क्षेत्रों के जल प्रदूषण के विषय में जांच करके कार्यवाही करने एवं खनन क्षेत्रों में सड़क सुदृढ़ीकरण के लिए संबंधित कंपनियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों के बारे में जन रुचि जगाने और जन सहभागिता के साथ काम किया जाये।

बैठक में सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा, श्री हरिओमसिंह राठौड़ एवं श्री सी.पी. जोशी, विधायक श्री फूलसिंह मीणा, श्री अमृतलाल मीणा, श्री प्रतापलाल गमेती, श्री रणधीरसिंह भीण्डर, श्री नानालाल अहारी, श्री दलीचंद डांगी, श्री सुरेेन्द्र सिंह राठौड़, श्री गौतमलाल मीणा, जिला प्रमुख श्री शान्तिलाल मेघवाल एवं श्री प्रवेश कुमार साल्वी, उदयपुर नगर निगम के महापौर श्री चन्द्रसिंह कोठारी, राजस्थान जनजाति आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रकृति खराड़ी, पूर्व विधानसभाध्यक्ष श्री शान्तिलाल चपलोत, पूर्व मंत्री श्री चुन्नीलाल गरासिया, पूर्व महापौर श्रीमती रजनी डांगी, प्रमुख समाजसेवी श्री दिनेश भट्ट, श्री गुणवंतसिंह झाला, श्री भंवरलाल शर्मा आदि जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय विकास के बारे में सुझाव दिए।

इस अवसर पर संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा, पुलिस महानिरीक्षक श्री आनंद श्रीवास्तव, जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता, एवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक श्री हेमंत गेरा, मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी, राजीव गांधी जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति श्री टी.सी. डामोर, आरएसएमएमएल के प्रबंध निदेशक श्री भानुप्रकाश येटरू, पुलिस अधीक्षक श्री आर.पी. गोयल, नगर निगम के आयुक्त श्री सिद्धार्थ सिहाग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अविचल चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

जयपुर/उदयपुर, 14 फरवरी 2016