प्रमुख प्रोजेक्टों में विशेषज्ञ संस्थाओं का सहयोग लिया जाए

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेश की पुरासंपदाओं के संरक्षण के लिए प्रस्तावित हैरिटेज कंजर्वेशन बिल तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग बिल में आपत्तियों को जल्द दूर करने के निर्देश देते हुए कहा कि नगरीय विकास के प्रमुख प्रोजेक्टों को तैयार करने में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की विशेषज्ञ संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए।

श्रीमती राजे बुधवार को यहां मुख्यमंत्री निवास पर नगरीय विकास एवं आवासन तथा स्वायत्त शासन विभाग की बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने जयपुर में प्रस्तावित गोल्फ कोर्स निर्माण तथा अमानीशाह नाले के समन्वित विकास की डीपीआर का काम जल्द पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि रिंग रोड प्रोजेक्ट में आ रही बाधाओं को दूर किया जाए। पृृथ्वीराज नगर क्षेत्र की काॅलोनियों में पट्टा वितरण के काम में तेजी लाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 तक प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 7 लाख 70 हजार फ्लश शौचालयों के निर्माण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जनप्रतिनिधियों तथा इस क्षेत्र में कार्य कर रहे स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से वार्ड स्तर तक आमजन को जागरूक बनाया जाए। उन्होंने स्वच्छता, एलईडी लाइट्स, शौचालय निर्माण तथा नगरीय विकास कर के संबंध में संवेदनशीलता के साथ आमजन में जागरूकता लानेे पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने बीकानेर में रवीन्द्र मंच तथा सूरसागर के पुनरूद्धार कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

बैठक में नगरीय विकास मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, प्रमुख वित्त सचिव श्री प्रेमसिंह मेहरा, जेडीए आयुक्त श्री शिखर अग्रवाल, हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर श्री आनंद कुमार भी उपस्थित थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अशोक जैन तथा स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री मनजीत सिंह ने विभागीय प्रस्तुतीकरण दिया।

जयपुर, 27 मई 2015