खत्म हुआ 40 साल का इंतजार, मुख्यमंत्री के हाथों मिला अधिकार

डूंगरपुर के आदिवासी परिवारों को मिले पट्टे

खातेदारी अधिकार की बाट जोह रहे डूंगरपुर के आदिवासी परिवार के लोगों के चेहरों पर आज मुस्कान है। उनके लिये आज का दिन खुशियां लेकर आया है। करीब 40 साल लम्बे इंतजार के बाद उन्हें वह खातेदारी अधिकार मिला है, जिसके लिए उनकी पीढि़यां गुजर र्गइं। जब खातेदारी का यह अधिकार उन्हें आज मिला और वह भी मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के हाथों, तोे इन आदिवासी परिवारों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यहां गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने सुराज संकल्प यात्रा के दौरान इन आदिवासी परिवारों को खातेदारी अधिकार दिलाने का वादा किया था।

प्रथम चरण में कुल 412 परिवारों में से 18 परिवारों को मंगलवार को मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मुख्यमंत्री कार्यालय में पट्टे वितरित किये। बाकी रहे परिवारों को शिविर लगाकर पट्टे दिये जायेंगे। द्वितीय चरण में 992 परिवारों को खातेदारी अधिकार के पट्टे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर इन परिवारों के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता भी यही है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को उनका वाजिब हक मिले, उनकी पीड़ा दूर हो। सरकार उनकी हर वाजिब और सम्भव मदद कर सके।

मुख्यमंत्री ने आदिवासियों को खातेदारी अधिकार दिलाने के लिये जिला कलक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह के प्रयासों की भी सराहना की और निर्देश दिये कि अन्य पात्र परिवारों को भी शीघ्र खातेदारी अधिकार दिलाने की कार्यवाही करें।

इस मौके पर वागड़ मजदूर किसान संगठन के अध्यक्ष श्री मानसिंह सिसोदिया एवं अन्य प्रतिनिधियों ने खातेदारी अधिकार दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता एवं व्यक्तिगत प्रयासों के कारण ही आज इन आदिवासी परिवारों को 40 साल बाद यह हक मिल पाया है। वरना ये परिवार 1977 से लगातार यह मांग करते आ रहे थे। उन्होंने इसके लिये मुख्यमंत्री का आभार जताया।

इस अवसर पर राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम, विधि राज्यमंत्री एवं डूंगरपुर के जिला प्रभारी मंत्री श्री अर्जुनलाल गर्ग, सांसद श्री मानशंकर निनामा, डूंगरपुर जिले के विधायक श्रीमती अनिता कटारा, श्री देवेन्द्र कटारा, श्री गोपीचंद मीणा एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

जयपुर, 14 जुलाई 2015

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