मुख्यमंत्री ने शहर का दौरा कर; रिसर्जेन्ट राजस्थान की तैयारियों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने बुधवार को शहर के विभिन्न स्थलों का दौरा कर रिसर्जेन्ट राजस्थान की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रदेश के विकास को ऊंचाइयां प्रदान करने वाले इस आयोजन को यादगार एवं ऐतिहासिक बनाने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने रिसर्जेन्ट राजस्थान कार्यक्रम के मुख्य आयोजन स्थल सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एण्ड कन्वेन्शन सेन्टर पहुंच कर वहां चल रही विभिन्न तैयारियों एवं निर्माण कार्यों का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने आयोजन स्थल को भव्य एवं राजस्थानी कला-संस्कृति के अनुरूप आधुनिक तरीके से तैयार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी नवम्बर माह में होने वाला यह आयोजन प्रदेश में विकास की नई इबारत लिखेगा। विश्व के सभी भागों से निवेशक इस आयोजन में शामिल होंगे। इसलिए आयोजन से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी एवं अन्य प्रतिनिधि संयुक्त प्रयासों से समय पर तैयारियों को आकर्षक ढंग से अंतिम रूप दें।

श्रीमती राजे ने रिसर्जेन्ट राजस्थान में आने वाले सभी प्रतिभागियों को राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत, कला एवं संस्कृति से रूबरू कराने के साथ-साथ उनकी सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने टोंक रोड, जेएलएन मार्ग, जवाहर सर्किल, एयरपोर्ट सहित शहर के विभिन्न मार्गों का निरीक्षण कर साफ-सफाई, सौन्दर्यकरण, एकरूपतायुक्त रोड लाइट लगाने, आवारा पशुओं एवं अस्थाई अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम एवं जेडीए के अधिकारियों को निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री के साथ नगरीय विकास मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, महापौर श्री निर्मल नाहटा, अतिरिक्त मुख्य सचिव यूडीएच श्री अशोक जैन, प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री मंजीत सिंह, जेडीसी श्री शिखर अग्रवाल, नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री आशुतोष एटी पेंढणेकर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

संस्कृत विश्वविद्यालय का अवलोकन

मुख्यमंत्री इससे पहले जगद्गुरू रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंची। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर का अवलोकन कर इसे सुनियोजित तरीके से विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां योग, आयुर्वेद और औषधीय पौधरोपण को बढ़ावा देने के साथ आधुनिक जरूरतों के अनुरूप कोर्स संचालित किए जाएं। श्रीमती राजे ने यहां स्थित योग साधना केन्द्रम् का निरीक्षण कर इसे भविष्य की जरूरतों के अनुसार आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने तथा यहां योग अनुसंधान पर कार्य करने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने विश्वविद्यालय के कुलपति श्री विनोद शास्त्री एवं अन्य प्रोफेसर व अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि योग, ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र जैसे विषयों के साथ-साथ नए कोर्स डिजाइन कर इस विश्वविद्यालय को और अधिक उपयोगी बनाया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय में संचालित शैक्षणिक एवं सहशैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी लेते हुए कहा कि ऐसे प्रयास किए जाएं कि विश्वविद्यालय में कार्यरत सभी प्राध्यापक परिसर में निर्मित आवासों में ही रहें ताकि विद्यार्थियों को वे अपना पूरा समय दे सकें।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सराफ, प्रमुख शासन सचिव आयुर्वेद श्री संजय दीक्षित, प्रमुख शासन सचिव उच्च शिक्षा श्री पवन गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 12 अगस्त 2015