किसानों को वसुन्धरा राजे का तोहफा: बढ़ी हुई कृषि विद्युत दर लागू नहीं होगी

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्राकृतिक आपदा से पीडित राज्य के किसानों को सम्बल, मजबूती एवं सहारा देने के लिए हाल ही में कृषि कनेक्शन की बढी हुई दरें लागू नहीं करने की घोषणा की है। श्रीमती राजे शनिवार को अमरूदों के बाग में भाजपा के कार्यकर्ता महासम्मेलन को सम्बोधित कर रही थी।

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने बढी हुई कृषि विद्युत दरों के भुगतान में विलम्ब को माफ करने के साथ जिन काश्तकारों ने बढ़ी हुई विद्युत दर के आधार पर बिल का भुगतान कर दिया है, उसका समायोजन आगामी बिलों में कर दिया जायेगा। उन्होंने काश्तकारों को विश्वास दिलाया कि वो अकेले नहीं हैं। चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ राज्य की पूरी जनता उनके साथ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में किसानों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने किसानों को राहत देने के लिए एनडीआरएफ के प्रावधानों में बदलाव करते हुए 50 प्रतिशत के बजाय 33 प्रतिशत खराबे पर मुआवजा देने एवं मुआवजा राशि डेढ गुणा करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी खरीद में गुणवत्ता में कमी वाले गेहूं पर किसानों से हो रही काटौती का भार स्वयं वहन करने का निर्णय लिया है।

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के बाद मुसीबतों का सामना कर रहे किसानों को सम्बल देते हुए राज्य सरकार ने कृषि कनेक्शन की बढ़ी हुई दरेें लागू नहीं करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई दरों के बिलों के भुगतान में हुए विलम्ब को माफ किया जायेगा और जो बढ़ी हुई दरों पर भुगतान किए गए कृषि बिलों का समायोजन आगामी बिलों में किया जायेगा ताकि किसानों को राहत मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पहली बार प्रदेश में आने पर उनके स्वागत के यह क्षण भावुक है। अमित शाह जी ने अपनी कुशल राजनीति से एक मजबूत भाजपा का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनसंघ के 10 लोगों से शुरू होकर तीन पीढि़यों में 10 करोड़ लोगों की पार्टी बन गई है। श्री कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता विजया राजे सिंधिया जी एवं वाजपेयी जी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस पार्टी के शिल्पकारों के साथ रहने व काम करने का मौका मिला।

श्रीमती राजे ने कहा कि केन्द्र में नई सरकार नए भारत के निर्माण में जुटी हुई है और इसमें राजस्थान का पूरा सहयोग केन्द्र को मिलेगा। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भरोसा दिलाया कि इस परिवार को मजबूत करने में कोई कसर बाकि नहीं रखी जायेगी। सम्मेलन में आए कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए श्रीमती राजे ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने राजस्थान में 85 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया था। प्रदेश में अभी तक 76 लाख सदस्य बन चुकें है। बाकी के नौ लाख भी अगले कुछ दिनों में बनाकर लक्ष्य पूरा किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हमने सबसे राय शुमारी कर टीम राजस्थान खड़ी की। इस टीम ने तय लक्ष्यों को हासिल करने में कड़ी मेहनत की। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि ऐसी टीम मुझे मिली है। श्रीमती राजे ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा लागू कार्यक्रम धरातल पर उतरे हैं या नहीं यह देखने के लिए जिला स्तर पर छोटी – छोटी यूनिट बनाकर कार्यकर्ता जायेंगे और बतायंेगे कि इन्हें कैसे और अच्छी तरह से लागू किया जा सकें।

उन्होंने कहा कि राजस्थान को मैंने अपने परिवार की तरह माना है और छत्तीस कौमों को साथ लेकर कार्य किया है। उन्होंने कहा कि 2008 में जब हमने सत्ता छोड़ी तो प्रदेश में रेवेन्यू सरप्लस की स्थित थी और सात हजार करोड़ रुपये बैंक खातों में थे। अब जब हमारी सरकार वापस आई तो कांग्रेस ने प्रदेश पर दो लाख दस हजार करोड़ का कर्ज छोड़ दिया था जिसमें अकेले बिजली विभाग का 77 हजार करोड़ का कर्ज था। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत को जनता से माफी मांगनी चाहिए कि इतनी अच्छी स्थिति से प्रदेश को आगे बढ़ाने की बजाय पीछे ले गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोग किसी भी संकट में अपने आप को अलग नहीं मानें। सभी चुने हुए जनप्रतिनिधि जनता के साथ है। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में जनता के आंसू पौछने का काम हमारा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश लाने के लिए यह साल हमने निवेश को समर्पित किया है। नवम्बर में होने वाले रिसर्जेन्ट राजस्थान सम्मेलन में हम चाहेंगे कि प्रधानमंत्री आए। हमारी कोशिश देश एवं देश के बाहर से अधिक से अधिक निवेश लाने की होगी ताकि लाखों लोगों को रोजगार मिलें और प्रदेश में खुशहाली आए।

जयपुर, 25 अप्रेल 2015

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