पुष्पक एयरक्राफ्ट सेना की अमूल्य धरोहर है

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने 1965 के भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर भारतीय सशस्त्र सेनाओं के जांबाजों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि सेनाओं के निडर और कर्मठ जवानों की वजह से ही पूरा देश अपने आप को सुरक्षित महसूस करता है और हमें अपने बहादुर सैनिकों पर गर्व है।

श्रीमती राजे भारतीय सेना की ओर से स्वर्ण जयन्ती समारोह की कड़ी में इसकी बुधवार को सेना के पुष्पक एयरक्राफ्ट के उड़ान प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थीं। उन्होंने कहा कि यह विमान भारतीय सेना की अमूल्य धरोहर है। उन्होंने पुराने साजो-सामान और यादों को संजोकर रखने पर सेनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे नई पीढ़ी को सेनाओं के प्रति सम्मान करने तथा राष्ट्र सेवा की प्रेरणा मिलती है।

जयपुर एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर पर आयोजित इस समारोह में सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल आॅफिसर कमाण्डिंग-इन-कमाण्ड लेफ्टिनेन्ट जनरल अरूण साहनी, सैन्य अधिकारी और उनके परिजन तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुष्पक एयरक्राफ्ट भारतीय सेना द्वारा तैयार एक अद्भुत एवं उत्कृष्ट विमान है, जिसने 1965 और 1971 के युद्धों में सैन्य कमान्डरों के बीच सम्पर्क माध्यम के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने साधारण लोहे, लकड़ी व कपड़े से बने इस विमान के इतने वर्ष बाद भी आॅपरेशनल रहने पर आश्चर्य व्यक्त किया और सैनिकों को इसके लिए बधाई दी।

श्रीमती राजे ने पुष्पक एयरक्राफ्ट के फ्लाईंग पास्ट का अवलोकन किया तथा झण्डा दिखाकर विमान की अगवानी की। उन्होंने वर्ष 1958 में भारतीय सेना द्वारा तैयार किए गए इस विमान की बनावट, निर्माण सामग्री, संचालन और कमाण्ड कन्ट्रोल के बारे में पायलट तथा सेना के अन्य अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने समारोह में भाग लेने वाले सैन्यकर्मियों, एनसीसी कैडेट्स तथा स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की।

जयपुर, 23 सितम्बर 2015