‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ में उत्कृष्ट कार्य के लिए झुंझुनूं का चयन

प्रदेश के नाम एक और उपलब्धि

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश ने एक और उपलब्धि हासिल की है। बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के दस जिलों में झुंझुनूं जिले का चयन किया गया है। झुंझुनूं का चयन प्रभावी सामुदायिक भागीदारी श्रेणी में हुआ है।

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 24 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में झुंझुनूं जिले को सम्मानित किया जाएगा।

इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए झुंझुनूं जिले ने काफी मेहनत की है। वर्ष 2011 की जनगणना में झुंझनूं जिले में लिंगानुपात 837 था और जिला देश के कम लिंगानुपात वाले जिलों की सूची में शामिल था। लिंगानुपात बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा पिछले दो साल में कई प्रयास किये गए। 21 दिसम्बर 2014 को झुंझनूं के स्टेडियम में करीब 3 लाख लोगों को कन्या भ्रुण हत्या रोकने एवं बेटियों को पढ़ाने की शपथ दिलाई गई थी। हर पंचायत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का प्रचार प्रसार किया गया।

श्रीमती राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही राजश्री योजना, सरकारी स्कूलों में शौचालय निर्माण एवं सेनेटरी नेपकिन वितरण जैसी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया गया। परिणामस्वरूप जिले में लिंगानुपात बढ़कर अभी 914 तक पहुंच गया है। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग ने सराहा और योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के 10 जिलों में झुंझुनूं का चयन किया गया।

जयपुर, 19 जनवरी 2017