सुखद भविष्य के लिए जल, जलवायु और जीवन बचाएं

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बरतने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस की इस साल की थीम “सेवन बिलियन ड्रीम्स, वन प्लेनेट, कन्ज्यूम विद केयर” रखी गई है। हमें भी प्राकृतिक संसाधनों की फिजूल खर्ची रोक कर पृथ्वी पर सुखद भविष्य के लिए ऊर्जा, जल, जलवायु और जीवन को बचाने का संकल्प लेना होगा। राज्य हित में यह भी आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति स्वयं अपना “कार्बन फुट प्रिंट” कम करे।

श्रीमती राजे ने कहा कि आए दिन तूफान, मानसून में बदलाव, हिम स्खलन, भूकम्प, अचानक बारिश और बढ़ती गर्मी जैसे प्राकृतिक खतरे बढ़ रहे हैं। पृथ्वी पर प्राकृतिक संसाधनों, वनों, वन्यजीवों, पहाड़ों और नदियों आदि का सन्तुलन बिगड़ रहा हैं। प्रकृति और पर्यावरण के साथ मानव की छेड़छाड़ इन समस्याओं का मूल कारण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संसांधनों का न्यूनतम दोहन, वन क्षेत्र में बढ़ोतरी और जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण के खतरों को दूर कर हम भावी पीढि़यों के लिए पर्यावरण की धरोहर को बचा सकते हैं।

जयपुर, 4 जून 2015