मुख्यमंत्री डूंगरपुर जिले में दाखिल होते ही एक्शन मोड में मनातफला गांव में जल स्वावलम्बन व पौधारोपण का औचक निरीक्षण किया

‘आपका जिला, आपकी सरकार’ कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने ‘आपका जिला, आपकी सरकार’ कार्यक्रम के तहत रविवार दोपहर डूंगरपुर जिले की सीमा में दाखिल होते ही विकास कार्यों का औचक निरीक्षण शुरू कर दिया। उन्होंने ग्राम पंचायत देवलखास के मनातफला गांव पहुंच कर ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान’ के तहत करवाए गए कार्यों को देखा और ग्रामीणों व अधिकारियों से फीडबैक लिया।

मुख्यमंत्री ने मनातफला में दूर-दूर तक फैले पहाड़ों के बीच दर्रों में बनी कई सारी जल संग्रहण संरचनाओं को देखा। उन्होंने यहां लोगों से जानकारी ली तो बताया गया कि यहां पर कुल 9 जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री ने यहां पानी से लबालब भरी 9 जल संरचनाओं को देखा तो कहा ‘वेरी नाईस, आपने बहुत अच्छा काम किया। मुख्यमंत्री ने जलग्रहण विभाग की ओर से 30 हेक्टेयर में निर्मित 8 जल संरचनाओं तथा ग्राम पंचायत की ओर से निर्मित एक जल संरचना तथा 3 ट्रेंच निर्माण की मानचित्र के माध्यम से जानकारी ली।

जल स्वावलंबन में अच्छे काम हुए

श्रीमती राजे ने मनातफला में ग्रामीणों और अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में यहां अच्छे कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अभियान में 92 हजार जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है और गत दिनों करौली, सवाईमाधोपुर आदि कुछ जिले में अचानक हुई तेज बारिश के कारण केवल 147 जल संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं।

पेड़ और पानी ही सबकुछ हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पेड़ और पानी है तो हमारे पास सबकुछ हैं। उन्होंने पानी से भरी जलसंरचनाओं को दिखाकर ग्रामीणों से पूछा कि इनसे आपको लाभ तो हुआ है या नहीं। मुख्यमंत्री के सवाल पर ग्रामीणों ने हामी भरी और कहा कि मैडम दिनरात काम किया है और पानी के भरने से यहां जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। यहां पर पेड़ भी लगाए हैं और इससे हमें फायदा होगा।

महुआ और सागवान ही लगाओ

श्रीमती राजे ने उप वन संरक्षक डाॅ.एस. सारथ बाबू से यहां पर किए गए पौधारोपण के बारे में पूछा तो उन्होनें यहां पर 740 पौधे लगाने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सामने वाली पहाड़ियों पर भी पौधारोपण के निर्देश देते हुए कहा कि यहां महुआ और सागवान के ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाओ ताकि जंगल बन जाए। उन्होंने समीपस्थ गुजरात राज्य से पांच-पांच फिट के पौधे लाकर रोपने के निर्देश भी दिए।

सागवान का पौधा रोपा

मनातफला में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के कार्यों के निरीक्षण के लिए पहुंची मुख्यमंत्री को मौजूद विभागीय अधिकारियों ने पौधरेापण का आग्रह किया तो उन्होंने पूछा कि कौनसा पौधा है? अधिकारियों ने बताया कि आंवला का। इस पर मुख्यमंत्री बोली कि आपके पास महुआ या सागवान का पौधा हो तो बोलो। इस पर आनन-फानन में वहां पर रखे पौधों में सागवान का पौधा ढूंढा और इसके बाद मुख्यमंत्री ने यहां एक जलसंरचना के किनारे सागवान का पौधा रोपा और उसको सींचते हुए इसके संरक्षण के लिए अधिकारियों का निर्देश दिए।

गेपसागर झील के सौंदर्य की तारीफ की

मनातफला गांव के दौरे के बाद शहर में पहुंच कर मुख्यमंत्री ने पाल से गेपसागर झील के सौंदर्य को निहारा और इसकी तारीफ की। उन्होंने नगरपरिषद द्वारा करवाए गए झील के सौंदर्यीकरण और शहर के साफ-सफाई के कार्य की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे कई जिलों में जा चुकी हैं परंतु इतनी साफ-सफाई कहीं नहीं देखी। गेपसागर की पाल के निरीक्षण दौरान मुख्यमंत्री ने झील के आस-पास जा रही विद्युत लाईनों को देखा और इसे सौंदर्य में बाधक बताते हुए अंडर-ग्राउंड करवाने के निर्देश दिए।

इससे पहले डूंगरपुर जिला सीमा मोतली मोड पर जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के गोपालन व देवस्थान विभाग के मंत्री श्री ओटाराम देवासी एवं राज्यसभा सदस्य श्री हर्षवर्धनसिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। यहां पर विधायक श्री देवेन्द्र कटारा, श्री सुशील कटारा, श्री गोपीचंद मीणा, श्रीमती अनिता कटारा, जिला प्रमुख श्री माधवलाल वरहात, संभागीय आयुक्त श्री भवानीसिंह देथा, आईजी श्री आनंद श्रीवास्तव, जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं नागरिक मौजूद थे।

जयपुर/डूंगरपुर, 7 अगस्त 2016