हमारी सरकार जनता की, जनता के लिए और जनता के द्वारा सरकार है

भरतपुर, 9 फरवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा है कि संभागीय स्तर पर जनसुनवार्इ और केबिनेट बैठक का कार्यक्रम जनता में विश्वास कायम रखने का अभिनव प्रयोग है कि जनता ने जिस सरकार को चुना है, वह जनता की, जनता के लिए और जनता के द्वारा सरकार है। श्रीमती राजे भरतपुर संभाग में आगामी 10 दिनों तक चलने वाले सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर बुलार्इ गर्इ मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक में बोल रही थी। यह महत्वपूर्ण बैठक भरतपुर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गर्इ थी।

उन्होंने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा में मैंने लोगों की पीड़ा को बहुत करीब से देखा, तब ही मैंने निश्चय कर लिया था कि सरकार बनने के बाद मैं लोगों के बीच अपनी सरकार को लेकर जाऊंगी और उनके दुख-दर्द हरने का प्रयास करूंगी। उन बुझे हुए चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयत्न करूंगी, जो सरकारी उदासीनता के कारण पिछले कर्इ सालों से उदास हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में यह पहली सरकार है, जो किसी संभाग में 9 फरवरी से 18 फरवरी यानि इतने लम्बे समय तक जनता के बीच रहेगी और जनता की समस्याओं का समाधान करने में जुटेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आजाद हुए 66 साल बीत गये, लेकिन आज भी कर्इ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां अब तक भी विकास का उजियारा नहीं पहुंचा है। इसलिए हम उस घर में भी विकास की रोशनी पहुंचाने की कोशिश करेंगे, जहां अब तक पिछड़ेपन का अंधेरा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भरतपुर संभाग का हमने इसलिए चयन किया कि हमारी पिछली सरकार में सभी संभागों पर केबिनेट बैठकें और जनसुनवार्इ हम कर चुके थे। लेकिन भरतपुर संभाग बाकी रह गया था, क्योंकि भरतपुर संभाग बाद में बना था, जो हमारी सरकार ने ही बनाया था। इसलिए उस वक्त चुनाव के कारण यह संभाग छूट गया था।

श्रीमती राजे ने कहा कि हमारी सरकार इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होगा। हम प्रदेश के हर इलाके में पहुंचने का प्रयास करेंगे। भरतपुर संभाग की तरह उनकी सरकार दूसरे संभागों में भी इसी तरह जनसुनवार्इ और केबिनेट बैठकों का आयोजन करेगी, ताकि जनता की समस्याओं का निशिचत समयावधि में समाधान हो सके।

मुख्यमंत्री ने उनकी पिछली सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय राष्ट्रीय पर्व पर उनकी सरकार जब संभागीय मुख्यालयों पर केबिनेट बैठकों और जनसुनवार्इ कार्यक्रमों का आयोजन करती थी तब इसे लेकर लोगों में अपार उत्साह था। संबंधित संभाग के जिला कलेक्टर एवं जिलाधिकारियों में विकास को लेकर प्रतिस्पर्धा रहती थी कि किसके जिले में ज्यादा विकास हो। इसके बेहतर परिणाम भी सामने आये। उस वक्त संभागीय मुख्यालयों पर 4-4 दिन सरकार के रहने से लोगों को भारी राहत मिलती थी, तो अब जब 10-10 दिन सरकार संभाग के सभी जिलों में जायेंगी, तो और भी अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।

इस अवसर पर मुख्य सचिव राजीव महर्षि ने इन कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष रूप से इस कार्यक्रम में ध्यान दिया जायेगा। इसके अलावा इस क्षेत्र के चार विशेष कार्यक्रमों डांग विकास, मेवात, देवनारायण तथा माडा योजना पर भी विशेष फोकस किया जायेगा। भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवार्इ माधोपुर के जिला कलेक्टरों ने सरकार के इस कार्यक्रम को लेकर की गर्इ तैयारियों के बारे में भी अवगत कराया।

मुख्यमंत्री भी करेंगी दौरा
14 फरवरी को धौलपुर में बाड़ी, 15 फरवरी को करौली, 16 फरवरी को सवार्इ माधोपुर के खंडार तथा 17 फरवरी को भरतपुर की बयाना पंचायत समिति में जनसुनवार्इ कैम्प लगेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री का इन क्षेत्रों में दौरा होगा।

इन-इन जिलों में यहां-यहां जायेंगे ये-ये मंत्री
भरतपुर संभाग के चारों जिलों में जनसुनवार्इ कार्यक्रम के लिए मंत्रियों के 4 समूह बनाये गये हैं। पहले समूह में मंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया, श्री कालीचरण सराफ, श्री हेमसिंह भड़ाना को भरतपुर, दूसरे समूह में श्री सांवरलाल जाट, श्री गजेन्द्र सिंह व श्री अजय सिंह को करौली, तीसरे समूह में श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ व श्री अरूण चतुर्वेदी को धौलपुर तथा चौथे समूह में श्री नंदलाल मीणा, श्री यूनुस खान एवं श्री प्रभुलाल सैनी को सवार्इ माधोपुर जिले का जिम्मा दिया गया है।

10 से 12 फरवरी तक मंत्रियों का पंचायत समितियों में दौरा
मंत्री 10 से 12 फरवरी तक संबंधित जिलों में लोगों के बीच जायेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे और विभिन्न राजकीय सेवाओं और सुविधाओं का निरीक्षण करेंगे।

मंत्री करेंगे 13 फरवरी को जनसुनवार्इ
ये सभी मंत्री 13 फरवरी को इन जिलों की पंचायत समिति मुख्यालयों पर जनसुनवार्इ करेंगे। जनसुनवार्इ के लिए 12 फरवरी को ही आवेदन दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू होगी और 13 फरवरी को जनसुनवार्इ होगी। जनसुनवार्इ का शेष रहा कार्य 14 फरवरी को होगा।

14 से 16 फरवरी तक मंत्री अपने विभागों से संबंधित कार्यों का करेंगे निरीक्षण
14 से 16 फरवरी तक ये मंत्री अपने विभाग से संबंधित कार्यों के निरीक्षण के लिए जिलेवार दौरा करेंगे। 17 फरवरी को भरतपुर में सभी मंत्री अपना-अपना फीडबैक देंगे और 18 फरवरी को केबिनेट बैठक होगी, जिसमें भरतपुर संभाग के सभी जिलों से मिले फीडबैक के आधार पर जनहित में निर्णय लिये जायेंगे।

ऐसे होगी जनसुनवार्इ
ऐसे सभी लोग जो जनसुनवार्इ कार्यक्रम में आना चाहते हैं वे सुविधा के लिए अपने परिवाद या समस्याएं पहले से ही उपखण्ड या पंचायत समिति मुख्यालय पर दे सकते हैं। इस प्रकार प्राप्त होने वाले सभी परिवादों को एक वेबसार्इट में दर्ज किया जायेगा। परिवादी चाहे तो अपनी समस्याएं सुगम-समाधान वेबसार्इट पर स्वयं भी दर्ज करा सकते हैं। सभी जिला मुख्यालयों एवं पंचायत समिति मुख्यालयों पर भारत निर्माण केन्द्रों में परिवादों को दर्ज करने और उनकी सुनवार्इ करने के लिए राजस्थान सम्पर्क केन्द्र भी बनाये जा रहे हंै।

भविष्य में जनसुनवार्इ के लिए एकल खिड़की
इन सुविधा केन्द्रों पर भविष्य में विभिन्न राजकीय सेवाओं को प्रदान करने की भी योजना है ताकि लोगों को एक ही दिन में एकल खिड़की के माध्यम से निर्धारित सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इसके साथ ही यह भी प्रावधान है कि यदि किसी व्यकित का परिवाद पंचायत समिति स्तर पर समुचित रूप से निस्तारित नहीं हो पाता तो उसे स्वयं व्यकितगत रूप से जिला स्तर पर सुनवार्इ के दिन बुलाकर उसका पक्ष सुनते हुए उसकी समस्या का समाधान किया जायेगा। इसी प्रकार जिला स्तर पर समुचित रूप से निस्तारित नहीं होने वाले प्रकरणों को राज्य स्तर पर मोनिटर किया जायेगा। इसका उíेश्य यह है कि परिवादी की समस्या का समयबद्ध रूप से निस्तारण संभव हो सके। बैठक के बाद सभी मंत्री अपने-अपने जिलों में रवाना हो गये।