रामदेवरा व ब्रज चैरासी कोस परिक्रमा पद मार्ग का कार्य जल्द शुरू हो

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को देवस्थान विभाग की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने जोधपुर-रामदेवरा एवं ब्रज चैरासी कोस परिक्रमा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कच्चे पद मार्ग का कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने कहा कि मन्दिरों के जीर्णोद्धार, रख-रखाव एवं विकास के कार्य पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की सलाह से करवाए जाएं ताकि धार्मिक स्थलों के मूलस्वरूप में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आए। उन्होंने धार्मिक स्थलों के विकास एवं जीर्णोद्धार के स्वीकृत कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को उनका लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामदेवरा एवं ब्रज चैरासी जन आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं तथा यहां प्रतिवर्ष हजारों पैदल यात्री पहुंचते हैं जिनको सुविधा युक्त पद मार्ग उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने इन पद मार्गों के कार्यों को मनरेगा से जोड़ने के भी निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थल बांकेबिहारी मंदिर, गंगा मंदिर, लक्ष्मण मंदिर-भरतपुर, मेहंदीपुर बालाजी-दौसा, द्वारकाधीश मंदिर, सूर्य मंदिर और पीपाजी धाम-झालरापाटन, झरनेश्वर, कायसरा महादेव मंदिर-झालावाड़, केशोराय पाटन मंदिर-बूंदी, गोविन्द देवजी मंदिर-जयपुर, गणेश मंदिर-सवाईमाधोपुर, भ्रदकाली मंदिर-हनुमानगढ़, द्वारकाधीश मंदिर-राजसमंद, गणेश मंदिर-बीकानेर, अराभागी मंदिर-बाड़मेर, राजकलेश्वर मंदिर-टोंक एवं अर्बुदा देवी मंदिर-माउंट आबू के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है।

देवस्थान विभाग की तरफ से केशोराय पाटन मंदिर, पीपाजी धाम, द्वारकाधीश मंदिर, सूर्य मंदिर, झरनेश्वर महादेव मंदिर एवं कायसरा महादेव मंदिर के विकास के लिए तैयार मास्टर प्लान का प्रस्तुतीकरण दिया गया।

बैठक में देवस्थान मंत्री श्री अमराराम, गोपालन एवं देवस्थान राज्य मंत्री श्री ओटाराम देवासी, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत, अतिरिक्त मुख्य सचिव देवस्थान श्री अशोक शेखर, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शैलेन्द्र अग्रवाल, शासन सचिव आयोजना श्री अखिल अरोरा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 16 जून 2015

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