मेक इन इंडिया की सफलता में चार चांद लगाएगा रिसर्जेंट राजस्थान सम्मेलन
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा कि जयपुर में आगामी 19-20 नवम्बर को आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान सम्मेलन के माध्यम से राजस्थान के साथ-साथ देश में विदेशी निवेश की संभावनाओं को गति मिलने के साथ ‘‘मेक इन इंडिया’’ कार्यक्रम को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री राजे ने सोमवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज से हुई शिष्टाचार भेंट के दौरान यह बात कही।
श्रीमती राजे ने बताया कि राजस्थान में निवेशकों के लिए बहुत अच्छा वातावरण बना है, साथ ही आधारभूत सुविधाओं में भी इजाफा हो रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचूरता के साथ-साथ कुशल कामगार भी उपलब्ध है। राजस्थान सरकार ने औद्योगिक, श्रम और निवेश नीतियों में सकारात्मक परिवर्तनों की देश में सबसे पहले पहल की है, जिसकी सर्वत्रा प्रशंसा हो रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना-2014 ने निवेशकों को वित्तीय प्रोत्साहन एवं अनुदान उपलब्ध करवाने के लिए एक आकर्षक मंच प्रदान किया है। इससे विदेशी निवेशकों का आकर्षण राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। हाल ही में जारी की गई नई पर्यटन एवं खनिज नीति के भी निकट भविष्य में सार्थक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
श्रीमती राजे ने बताया कि राजस्थान में दिल्ली-मुम्बई फ्रेट काॅरिडोर विकसित होने के बाद निवेशकों को क्षेत्रा विशेष में प्राप्त होने वाली सुविधा का लाभ मिलेगा। रेल फ्रेट काॅरीडोर विकसित होेने पर बंदरगाहों तक निर्मित उत्पादों की पहुँच आसान हो जायेगी। उन्होेंने बताया कि दिल्ली-मुम्बई फ्रेट काॅरीडोर का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से गुजरेगा।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय विदेश मंत्री को राजस्थान में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली में पिछले दिनों करीब 20 देशों के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों से उनकी मुलाकात और राउण्ड टेबल सम्मेलन के अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है। इससे राजस्थान में विदेशी निवेश को बढ़ावा तो मिलेगा साथ ही सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, पर्यटन एवं खनिज आदि क्षेत्रों के सम्बंधों में भी प्रगाढ़ता आएगी और स्वदेशी निवेश की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी।
जयपुर/नई दिल्ली, 08 जून 2015