मुख्यमंत्री ने यूएई के उद्यमियों से किया राजस्थान की समृद्धि में भागीदार बनने का आह्वान
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शनिवार शाम को दुबई के होटल ताज में इण्डियन बिजनस एण्ड प्रोफेशनल काउन्सिल (आई.बी.पी.सी.) दुबई की ओर से आयोजित रिसेप्शन में मौजूद प्रवासी भारतीयों एवं उद्योग जगत की हस्तियों से राजस्थान के विकास एवं समृद्धि में भागीदार बनने का आह्वान किया।
श्रीमती राजे ने कहा कि यूएई के साथ भारत के प्रगाढ़ संबंध हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की यूएई की यात्रा से भी इन संबंधों को मजबूती मिली थी। उन्होंने कहा कि यूएई करीब 26 लाख प्रवासी भारतीयों के लिए दूसरा घर है। यहां रहने वाले भारतीय यहां के ताने-बाने में रच-बस गए हैं और यहां की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहयोगी की भूमिका निभा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रियल एस्टेट एवं पर्यटन जैसे सेक्टर यूएई की अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भागीदारी निभा रहे हैं। आने वाले समय में राजस्थान के विकास में भी इन दोनों सेक्टर्स की अहम भूमिका होगी। इन क्षेत्रों में यूएई में स्थापित भारतीय उद्यमी अपनी विशेषता का लाभ उठाते हुए राजस्थान में भी निवेश कर सकते हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि भारत और यूएई के बीच सप्ताह में 900 सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। पांच एयरलाइन की जयपुर से यूएई के बीच सीधी उड़ानें हैं। इन सुविधाओं से राजस्थान और यूएई के बीच व्यापार में पहले के मुकाबले काफी आसानी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद उद्यमियों को बताया कि राजस्थान तेजी से विकास की ओर अग्रसर राज्यों में शुमार है। हमारे पाॅलिसी फ्रेमवर्क, देश के मार्केट तक हमारी आसान पहुंच और स्किल्ड मैन पावर के माध्यम से राजस्थान ने आदर्श निवेश स्थल के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है।
श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान सरकार निवेशकों को इन्सेन्टिव के साथ-साथ पार्टनरशिप का भी अवसर दे रही है। हमारा मानना है कि व्यापार में वृद्धि होने से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, राजस्व बढ़ता है और इन सब बातों का असर लोगों की खुशहाली पर दिखाई देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी यूएई की यात्रा का मकसद भारत एवं यूएई के बीच आपसी संबंधों को और मजबूती देना है। उन्होंने कहा कि यहां जिस तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं प्रबंधन है, उससे राजस्थान काफी कुछ सीख सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यूएई कि उनकी यात्रा के दौरान पर्यटन विशेषकर मेडिकल टूरिज्म, हैरिटेज कन्जर्वेशन, रीजनल एयर कनेक्टिविटी, वन्यजीव संरक्षण एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट जैसे विषयों पर वहां की सरकार एवं अन्य स्तरों पर जो बात हुई हैं उसके सार्थक परिणाम सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि इस संक्षिप्त यात्रा के दौरान उन्हें कुछ निवेश के प्रस्ताव मिले हैं, जिन्हें धरातल पर लाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि आईबीपीसी के सदस्य एवं प्रवासी भारतीय उद्यमी राजस्थान के विकास में भागीदार बनेंगे।
कार्यक्रम में राजस्थान के यूडीएच मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् के उपाध्यक्ष श्री सीएस राजन, यूएई में भारत के राजदूत श्री टीपी सीताराम, आईबीपीसी दुबई के अध्यक्ष श्री कुलवन्त सिंह एवं अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।
यूएई/जयपुर, 16 जुलाई 2016