दाएं हाथ से सेवा करो तो बाएं हाथ को पता नहीं चले
विश्व के कई देश चाहते है भारत उनका नेतृत्व करे – भागवत
मंदिरों के विकास के लिए 600 करोड़
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि सेवा का कार्य ढिंढोरा पीटकर नहीं किया जाता। दाएं हाथ से सेवा करो, तो बाएं हाथ को पता नहीं चलना चाहिए। सेवा भारती इसका एक उदाहरण है जो निःस्वार्थ रूप से समाज सेवा के काम में जुटी हुई है।
श्रीमती राजे रविवार को सेवा भारती समिति राजस्थान के नवनिर्मित भवन ’सेवा सदन’ के लोकार्पण कार्यक्रम में संबोधित कर रही थीं। सरसंघचालक श्री मोहन भागवत के साथ उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भवन का उद्घाटन किया।
चंदन और कुकुकममयी होगी अब पुष्कर नगरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुष्कर पवित्र नगरी है जिसकी पवित्रता और सुन्दरता को बनाए रखने के लिए मुख्य पुष्कर में जितनी भी इमारतें हैं, जितनी भी दुकानें और प्रतिष्ठान है सब पर चंदन जैसा रंग करवाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि पुष्कर में सभी साइनबोर्डों पर एक जैसा कुमकुम रंग होगा। इसके लिए अजमेर प्रशासन को आवश्यक निर्देश भी दे दिए हैं। इससे तीर्थराज पुष्कर का रूप निखरेगा और एकरूपता दिखाई देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समाज में समरसता की कमी होती जा रही है। ऐेसे में समाज निर्माण का कार्य आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हमारी सरकार सभी जाति, धर्म और वर्ग से जुड़े लोगों को साथ लेकर पूरे प्रदेश को एकसूत्र में पिरोने का काम कर रही है।
श्रीमती राजे ने कहा कि देश में राजस्थान ऐसा राज्य है जहां धरोहरों के संरक्षण के लिए धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण का गठन किया गया है। हमारी सरकार ने इस कार्यकाल में 600 करोड़ रुपये से अधिक के मंदिर विकास और धरोहर संरक्षण के काम शुरू किये हैं।
उन्होंने कहा कि पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर के विकास के लिए हमारी सरकार ने करीब 24 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं और इसका काम अगस्त 2018 तक पूरा हो जाएगा। खाटूश्यामजी, डिग्गी कल्याणजी, गोगामेड़ी, मेहंदीपुर बालाजी, बाबा रामदेव, केशवराय जी, बेणेश्वर धाम, चारभुजाजी जैसे 125 से अधिक मंदिरों का विकास हो रहा है। जयपुर के धानक्या में 5 करोड़ रुपये की लागत से पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक बनवाया है।
श्रीमती राजे ने कहा कि जोधपुर से रामदेवरा पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 19 करोड़ की लागत से 209 किमी पदमार्ग का निर्माण किया गया। हमारे लोक देवताओं और महापुरूषों की याद को चिरस्थायी बनाने के लिए करीब 30 महापुरुषों और लोकदेवताओं के स्मारकों का विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाने का नवाचार करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है। दीनदयाल वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में हमारी सरकार ने पिछले वर्ष हवाई जहाज और विशेष रेलों से 10 हजार वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की तीर्थ यात्रा करवाई। अब इस वर्ष 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को हवाई जहाज और विशेष रेलों के माध्यम से धार्मिक स्थलों की तीर्थ यात्रा करवाई जायेगी।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने कहा कि आज विश्व के कई देश भारत की ओर इस उम्मीद से देख रहे हैं कि हमारा देश उनका नेतृत्व करे। हमें सेवा भाव से हमारे भारत को मजबूत बनाना होगा क्योंकि मजबूत भारत ही विश्व का नेतृत्व कर सकता है।
श्री भागवत ने कहा कि सेवा से स्वावलम्बन और स्वाभिमान की जागृति करना सेवा भारती का उद्देश्य है। उन्होंने सेवा भारती राजस्थान को भवन के लोकार्पण के लिए बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस भवन के माध्यम से सेवा कार्य आगे बढ़ेंगे और सेवा भारती जरूरतमंदों की सेवा करने की अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएगी।
इस अवसर पर सेवा सदन के निर्माण में योगदान देने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया गया।
जयपुर, 05 नवम्बर 2017