मौसमी व जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए अग्रिम प्रबंध करें

कलक्टर-एसपी काॅन्फ्रेंस में प्रस्तुतीकरण

गर्मी में आमजन को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति हो

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि गर्मी के मौसम में आमजन को राहत देने के उद्देश्य से समुचित पेयजल आपूर्ति के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ें। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी और आने वाले मानसून को देखते हुए मौसमी बीमारियों और जल-जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बेहतर प्रबंधन करें। उन्होंने कहा कि राइजिंग लाइन से जोड़े गए अवैध कनेक्शनों को हटाने की कार्रवाई की जाए।

श्रीमती राजे ने कहा कि जिला कलक्टर अपने क्षेत्र में पेयजल की बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये पानी की कमी वाले क्षेत्रों में जोनल इंचार्ज बनाकर निगरानी करें और पेयजल आपूर्ति के कन्टीजेंसी प्लान को पूरी मुस्तैदी से लागू करें।

जल स्वावलम्बन अभियान में गुणवत्ता से समझौता नहीं करें

श्रीमती राजे ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की क्रियान्विति में हो रही देरी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह एक अभिनव योजना है जो जल संरक्षण की दिशा में गेम चेंजर साबित होगी। उन्होंने इस योजना के पहले चरण के सभी कार्य हर हाल में 30 जून तक पूरे करने के निर्देश दिए ताकि बरसात के दौरान पानी का संरक्षण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर कोई भी समझौता नहीं करने की सख्त हिदायत दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जलग्रहण ढांचों के आसपास पौधा रोपण का कार्य भी 30 जून के बाद शुरू कर दिए जाएं और जिला कलक्टर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इन पौधों के रख-रखाव की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न विषयों पर अधिकारियों के प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा कि टैंकरों से पेयजल वितरण व्यवस्था की माॅनिटरिंग की जाये और जहां सम्भव हो वहां जीपीएस के माध्यम से टैंकरों की निगरानी की जाये। उन्होंने कहा कि पेयजल लाइनों के लीकेज को दुरस्त करने के लिये जिलों में पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने निर्देश दिये कि पेयजल संबंधी शिकायतों का कन्ट्रोल रूम में दर्ज कर त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाये।

श्रीमती राजे ने कहा कि गत वर्ष ‘न्याय आपके द्वार अभियान‘ के दौरान 75 दिनों में 4 लाख 20 हजार राजस्व प्रकरणों का निस्तारण हुआ। उन्होंने इस वर्ष भी 9 मई से शुरू होने जा रहे न्याय आपके द्वार अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को पूरी तैयारियों से जुट जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान रास्तों के विवादों पर विशेष फोकस करते हुए अन्य प्रकरणों का भी त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने नागरिक सेवाओं से सम्बन्धित शिकायतों के समय पर निस्तारण नहीं होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए अधिकारियों से कहा कि जनसमस्याओं के प्रति गम्भीर रहें। उन्होंने मंत्रीगण तथा संसदीय सचिवों से भी इस विषय पर नियमित फीडबैक लेने तथा इसमें कोताही सामने आने पर सरकार को सूचित करने को कहा।

श्रीमती राजे ने नवम्बर माह में प्रस्तावित ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के लिए राज्य के सभी ग्राम पंचायतों से किसानों को आमंत्रित किया जाएगा, जिसके लिए जिला तथा राज्य स्तर पर समुचित व्यवस्था की जाएगी।

कलक्टर-एसपी काॅन्फ्रेंस के पहले दिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री मुकेश शर्मा ने ‘भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना‘ तथा मौसमी बीमारियों की रोकथाम, राजस्व सचिव श्री आलोक ने ‘न्याय आपके द्वार‘ अभियान, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति ने पेयजल प्रबन्धन, मनरेगा आयुक्त श्री रोहित कुमार ने मनरेगा के तहत सूखा राहत कार्य एवं आयोजना सचिव श्री अखिल अरोड़ा ने भामाशाह तथा प्रत्यक्ष लाभ हस्तान्तरण से सम्बन्धित विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिए।

श्रम एवं रोजगार सचिव श्री रजत मिश्र ने कौशल विकास, विशिष्ट सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री के.के. पाठक ने जनसुनवाई और जनसमस्या निराकरण, प्रमुख शासन सचिव कृषि श्रीमती नीलकमल दरबारी ने ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट, राजस्थान रिवर बेसिन अथाॅरिटी के चेयरमैन डाॅ. श्रीराम वेदिरे ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की निदेशक श्रीमती पूनम ने स्वच्छ भारत मिशन में बीकानेर जिले की उपलब्धि विषय पर प्रस्तुतीकरण दिए।

जयपुर, 4 मई 2016

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