पुरातन गौरव ही सम्पूर्ण समाज की बुनियाद – श्री मोहन भागवत
प्रताप गौरव केन्द्र का लोकार्पण
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने महाराणा प्रताप के त्याग-तपस्या और गौरव गाथाओं को सम्पूर्ण विश्व में मनुष्यता के प्रचार-प्रसार का मूलाधार बताया है। श्री भागवत ने उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने आप को जानें तथा सामथ्र्य पाएं। पुरातन गौरव ही सम्पूर्ण समाज की बुनियाद है। शोषण मुक्त और समतायुक्त समाज की रचना आज की जरूरत है।
सरसंघचालक श्री भागवत सोमवार को उदयपुर में प्रताप गौरव केन्द्र के लोकार्पण समारोह में हजारों की संख्या में उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने महाराणा प्रताप को उत्कृष्ट सुशासन के सूत्रों का महान स्रोत बताया और कहा कि प्रताप के जीवन से प्रेरणा पाकर पूरी दुनिया लाभान्वित हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस वीर शिरोमणि के व्यक्तित्व और जीवन पर अध्ययन-अनुसंधान की आवश्यकता है।
इस अवसर पर श्री भागवत एवं मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने विनायक एवं देवी मूर्तियों को पुष्पहार एवं श्रीफल चढ़ाया तथा रिमोट कन्ट्रोल से लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया।
श्री भागवत ने कहा कि हमें पुरखों के शौर्य-पराक्रम, गौरवशाली इतिहास, स्वाभिमान और स्वत्व के आधार पर खुद को सक्षम बनाना चाहिए। तभी हम समाज और देश को कल्याणकारी दिशा प्रदान कर सकते हैं। महाराणा प्रताप, शिवाजी आदि के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सुप्त स्वाभिमान को जगाने के लिए अपने पराक्रमी पूर्वजों के वंशज होने का गर्व करें तथा अपने देश, संस्कृति, धर्म और परंपराओं को जानें।
सरसंघचालक ने कहा कि स्वत्व की बुनियाद पर ही मंगल संभव है। नकलचियों को न सुरक्षा प्राप्त होती है, न प्रतिष्ठा। इस दृष्टि से उन्होंने आत्महीनता, पराभूत मानसिकता और आत्मविस्मृति अवस्था को तिलांजलि देकर धर्म, सत्य और स्वाभिमान पर अडिग रहने को उन्होंने महवपूर्ण बताया।
श्री भागवत ने प्रताप केन्द्र की स्थापना को वैश्विक गौरव बताया और कहा कि शौर्य-पराक्रम, महापुरुषों के जीवन और स्वाभिमानी परंपराओं को जगाना और उसका प्रसार करना सम्पूर्ण समाज और देश के लिए मंगलकारी है। इस दिशा में हो रहे प्रयासों में सभी को पूरे मन से भागीदारी निभाने के लिए आगे आने की आवश्यकता है।
श्री भागवत ने इस केन्द्र का शिलान्यास और लोकार्पण स्वयं के द्वारा किए जाने को सौभाग्य बताया। समारोह में केन्द्र के निर्माण में सहयोग करने वाले शिल्पियों, कलाकारों तथा विशिष्टजनों को सम्मानित किया गया।
इससे पहले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के निदेशक श्री ओम जी भाईसाहब ने केन्द्र निर्माण की संकल्पना और पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। समारोह का संचालन श्री मदनमोहन टांक ने किया। समिति के अध्यक्ष श्री के.एस. गुप्ता ने आभार प्रदर्शन किया। श्री रवि ने देशभक्ति जागरण गीत प्रस्तुत किया।
समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्राीय संघचालक श्री भगवतीप्रसाद, श्री प्रकाशजी, राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह टांक सहित राजस्थान के जन प्रतिनिधिगण, संभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
उदयपुर, 28 नवम्बर।