ग्रोथ और रिफोर्म पर केन्द्रित है यह बजट

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि प्रदेश का बजट रूटीन बजट नहीं होकर ग्रोथ और रिफोर्म पर केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी और सड़क जैसे आधारभूत क्षेत्रों में पिछली कांग्रेस सरकार के मुकाबले कई-कई गुना अधिक औसत वार्षिक वृद्धि हुई है। बजट में प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल में कानून व्यवस्था, हितकारी नीति तथा आधारभूत संरचना के क्षेत्र में सुधार करने पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विकास की गंगा बहाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और यह केवल मेरा या हमारी सरकार का सपना नहीं बल्कि समस्त प्रदेशवासियों का सपना है।

पिछली कांग्रेस सरकार की तुलना में बजट में 687 प्रतिशत तक की वृद्धि

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के पांच साल के औसत वार्षिक आवंटनों को हमारे वर्ष 2016-17 के वार्षिक आवंटनों से तुलना करें। तो यह स्पष्ट है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजली, पानी, सड़क क्षेत्र में पिछली सरकार की तुलना में औसतन 88-192 प्रतिशत तक की वार्षिक वृद्धि हुई है। इसी प्रकार सामाजिक आधारभूत संरचना, शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और रोजगार में भी पिछली कांग्रेस सरकार की तुलना में औसतन 142 प्रतिशत से लगभग 687 प्रतिशत तक वृद्धि हुई। इसके साथ ही ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, जल ग्रहण, कृषि, सिंचाई के क्षेत्र में बजट आवंटन में 30 से 208 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रदेश में पर्यटन, देवस्थान, युवा मामलात और खेल, वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में भी वार्षिक वृद्धि हुई है और सूचना प्रौद्योगिकी में तो लगभग 8 गुना वार्षिक वृद्धि हुई है।

राहुल ने कहा 10 रूपये में से 10 पैसा पहुंचता है हमने भामाशाह योजना यह लीकेज रोकने के लिए शुरू की

उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी ने कहा था कि जनता तक 1 रूपये में से 15 पैसे ही पहुंचते हैं। इससे आगे बढ़कर श्री राहुल गांधी ने कहा कि 10 रूपये में से सिर्फ 10 पैसे ही पहुंचते हैं। श्रीमती राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने ये लीकेज रोकने के लिए भामाशाह योजना पिछले कार्यकाल में शुरू की थी। पिछली कांग्रेस सरकार ने खुश होने के बजाय भामाशाह योजना को ही बंद कर दिया, आखिर क्यों ? जबकि आपकी यूपीए सरकार ने भी इसे आगे बढ़ाने की कोशिश की। आज इस योजना के शुरू होने से लोगों के खाते में सीधा पूरा का पूरा पैसा पहुंच रहा है। उन्होंने डूंगरपुर जिले की ग्राम पंचायत सिसोद, बिच्छीवाड़ा की श्रीमती पार्वती बिजोड़ और श्री इस्माईल, बाबूचा, अरण्या बाड़मेर के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि इन्हें भामाशाह योजना के तहत पेंशन की सुविधा बैंक खातों में मिलने के साथ अन्य लाभ भी हुए।

हमारी सोच गांवों और शहरों का समान विकास हो

श्रीमती राजे सोमवार को राज्य विधानसभा में प्रदेश के बजट वर्ष 2016-17 पर हुई चर्चा का जवाब दे रहीं थीं। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा राजस्थान बनाना चाहते हैं, जिसमें गांवों और शहरों का समान विकास हो। यह बजट हमारी इसी सोच, हमारे इसी विजन, हमारी इसी दिशा और इसी संकल्प को दोहराता है। उन्होंने कहा कि हमारा बजट प्रदेश के 7 करोड़ नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अपेक्षाओं का प्रतिबिम्ब है।

आंकड़ों में छिपी विकास की तस्वीर को देखें

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण और बजट भाषण में ऐसा अंतर कोई पहली बार नहीं हुआ है। वर्ष 2010 से 2013 के बीच 17 बार अभिभाषण और बजट के आंकड़ों में अंतर रहा है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कुछ आंकड़ें प्रस्तुत किए। अभिभाषण दिसम्बर तक के आंकड़ों के आधार पर लिखा जाता है, जबकि बजट लगभग फरवरी माह के आंकड़ों के आधार पर लिखा जाता है। इसलिए यह अंतर आता है। उन्होंने सवाल किया कि इसमें किसने किसको गुमराह किया ? क्या गलत रिपोर्टिंग दी ?

जल स्वावलम्बन की समस्त जानकारी आॅनलाइन

मुख्यमंत्री ने कुछ सदस्यों द्वारा जल स्वावलम्बन अभियान में ली गई राशि पर खडे़ किए गये सवालों पर भी कहा कि कोई भी आॅनलाइन पोर्टल पर जाकर देख सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी मनगढ़ंत बातें उन लोगों के साथ अन्याय है जो तन-मन और धन से इस जन आंदोलन में जुडे़ हुए हैं।

चुनावी फायदे के लिए राहुल से परवन परियोजना का शिलान्यास

श्रीमती राजे ने कहा कि परवन वृहद सिंचाई परियोजना का जिक्र करते हुए बताया कि वर्ष 2012-13 में लागत 2 हजार 334 करोड़ थी जो गत सरकार के सम्पूर्ण कार्यकाल में सिर्फ 7 करोड़ 45 लाख रूपये का ही प्रावधान किया गया। जबकि हमने 700 करोड़ का बजट दिया है, जो हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि समय पर वित्तीय प्रावधान रखते हुए काम शुरू होता तो 2 हजार 334 करोड़ रूपये की लागत बढ़कर 4 हजार 824 करोड़ रूपये नहीं होती। आपने केवल चुनावी फायदे के लिए आनन-फानन में राहुल गांधी जी के हाथों इसका शिलान्यास करवाया। उसे आगे नहीं बढ़ाया।

श्रीमती राजे ने कहा कि इस बजट का सिर्फ और सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि विजन-2020 के लक्ष्य को पूरा करना है। प्रदेश में विकास और सुधारों की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने समस्त प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे इस प्रक्रिया में सकारात्मक रूप से भाग लें तभी आधुनिक राजस्थान का निर्माण हो पायेगा।

नवाचारों से विकास को बल

मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में कई नवाचारों को शामिल किया गया है। जिनमें प्रमुखत टाइगर रिजर्व के 10 किलोमीटर की परिधि में संचालित होटल एवं रिसोर्ट पर स्थानीय संरक्षण शुल्क, कचरे से ऊर्जा उत्पादन पर बिजली खरीद की गारंटी, खेलों में पीपीपी, खिलाडि़यों को आउट आॅफ टर्न के आधार पर सरकारी नौकरियों में नियुक्ति, लघु तथा सूक्ष्म उद्योगों में निवेश के लिए आॅनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम तथा शिक्षा, कौशल विकास, मुद्रा योजना, स्टार्टअप नीतियों के तहत ऋणों पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट आदि शामिल हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि विकेन्द्रीकृत आयोजना को बढ़ावा देने के साथ-साथ भामाशाह एक्ट, भामाशाह प्राधिकरण, पंचायतीराज अधिनियम में संशोधन, वैट के सरलीकरण, प्रशासनिक सुधार आदि क्षेत्रों में भी नवाचार किए गये हैं। उन्होंने प्रतिपक्ष से आग्रह किया कि विकास के इस सफर में हमारा साथ दें, ताकि सबका साथ-सबका विकास की परिकल्पना को हम साकार कर सकें।

जयपुर, 14 मार्च 2016