न गाडियों का काफिला, न पुलिस का लवाजमा, आम लोगों की तरह मुख्यमंत्री पहुंचीं आम लोगों के बीच
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के काफिले में गुरूवार को न तो पुलिस का लवाजमा था और ना ही गाडि़यों का लम्बा काफिला। वे एक साधारण व्यक्ति की तरह आम लोगों के दुख-दर्द जानने उनके बीच अचानक पहुचीं तो नागौर जिले के लोगों ने भी अपनी मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर न केवल खुशी की अनुभूति की बल्कि उनसे खुलकर अपने दिल की बातें भी की।
गुरूवार दोपहर मुख्यमंत्री ’आपका जिला-आपकी सरकार कार्यक्रम’ के अन्तर्गत नागौर जिले के औचक निरीक्षण के लिए निकलीं, तो उन्होंने अपने साथ चल रहे सभी अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिए कि न तो वे उनके साथ चलें और न ही पुलिस की गाडियां उनके काफिले में शामिल रहें। यहां तक कि उन्होंने कार्यकर्ताओं और मीडिया को भी निवेदन-पूर्वक साथ आने से मना किया। मुख्यमंत्री का कहना था कि ज्यादा बड़े लवाजमे के साथ जनता से सीधे संवाद में कठिनाई आती है। जबकि मैं जनता के बीच जाकर उनसे बिना लाग लपेट सीधी बातचीत करना चाहती हूं।
श्रीमती राजे के निर्देश के बाद उनके काफिले में न तो पुलिस की गाडि़यां थीं और न ही प्रशासनिक अमला। वे मात्र चार गाडि़यों के साथ नागौर जिले में आधे दर्जन से अधिक स्थानों पर पहुंचीं। वहां के नागरिक भी मुख्यमंत्री को अचानक अपने बीच पाकर स्वयं अचम्भित रह गए। खासकर महिलाएं अपने बीच मुख्यमंत्री को साधारण महिला की तरह पाकर बहुत खुश र्हुइं। मुख्यमंत्री के साथ सिर्फ स्थानीय विधायक श्री हबीबुर्र रहमान अशर्फी लाम्बा, जिला कलेक्टर श्री राजन विशाल थे।
नागौर/जयपुर, 29 अक्टूबर 2015