राज्य के चहुंमुखी विकास में निभाएं सहभागिता
देशनोक में श्री करणीमाता स्मारक का शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि आमजन प्रदेश के लोकदेवी -देवताओं, महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर कड़ी मेहनत से राज्य के चहुंमुखी विकास में सहभागिता निभाएं। श्रीमती राजे बुधवार को देशनोक में श्री करणी माता स्मारक के शिलान्यास अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित कर रही थीं। यह स्मारक राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण द्वारा तैयार करवाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि करणी माता मंदिर में देश विदेश से लोग अपनी आस्था प्रकट करने आते हैं। यहां श्री करणी माता का भव्य स्मारक बनेगा। राज्य सरकार द्वारा इस कार्य के लिए आरम्भ में 4 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। स्मारक बनने से विदेशी पर्यटकों को इस सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी मिल सकेगी। उन्हें यहां के इतिहास सम्बन्धी जानकारी प्राप्त होगी, साथ ही विभिन्न भाषाओं में अनुवाद की सुविधा भी अत्याधुनिक उपकरणों से मिलेगी।
श्रीमती राजे ने कहा कि गौ व ओरण के संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे प्लास्टिक की थैलियां व अन्य हानिकारक सामग्री खुले में न फेकें। गायों को इनसे अत्यन्त हानि होती है।
स्वच्छता के प्रति हों जागरूक
मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें। हर व्यक्ति सफाई कार्य में अपना योगदान देगा, तभी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की स्वच्छ भारत की परिकल्पना साकार हो सकेगी।
उद्यमियों ने किया नाम रोशन
श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के उद्यमियों ने अपनी मेहनत से देश-विदेश में राज्य का नाम रोशन किया है। वे जहां-जहां भी प्रवासी के रूप में गए, उस स्थान के विकास में भागीदार बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश को उपलब्ध विशाल क्षेत्राफल इसके सर्वांगीण विकास का आधार बनेगा।
बनेंगे विभिन्न स्मारक
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में लोक देवी-देवताओं, स्वतंत्राता सेनानियों की स्मृति में स्मारक बनवाए जाएंगे। इनमें रामदेवरा में रामदेव जी, भीनमाल में माघकवि, मेड़ता में मीरा बाई, डूंगरपुर में कालीबाई, बेणेश्वर में मावजी, दौसा में सूरदास सहित झालावाड़, भरतपुर, पीपासर, चूरू, नागौर, आउवा पाली, झुंझुनू, अलवर आदि स्थानों पर स्मारकों का निर्माण किया जाएगा।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि श्रीकरणी माता मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है। उन्होंने राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में पुरामहत्व, साहित्य, कला, संस्कृति के संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला।
शिलान्यास कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने इससे पहले श्रीकरणी माता स्मारक का मंत्रोच्चार के बीच शिलान्यास किया। उन्होंने यहां प्रस्तावित स्मारक से सम्बन्धित चित्रों का अवलोकन किया। इस अवसर पर समाज के अनेक नागरिकों ने स्मारक निर्माण के लिए अपनी ओर से सहयोग राशि के चैक प्रदान किए। सांसद अर्जुनराम मेघवाल की ओर से सांसद निधि से 25 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की गई। विधायक डाॅ. गोपाल जोशी ने व्यक्तिगत रूप से 1 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
इस अवसर पर श्रीमती राजे ने वन विभाग द्वारा प्रकाशित ओरण संबंधी फोल्डर का विमोचन भी किया। उन्होंने समारोह स्थल पर वेटरनरी विश्वविद्यालय तथा स्वामी केशवानन्द कृषि विश्वविद्यालय द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
साहित्यकार सीपी देवल, इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवा, पूर्व मंत्री श्री देवीसिंह भाटी, विधायक डाॅ. गोपाल जोशी, डाॅ. विश्वनाथ, सुश्री सिद्धि कुमारी, श्री किसनाराम नाई, महापौर नारायण चैपड़ा, जिला कलक्टर श्रीमती पूनम, जिला पुलिस अधीक्षक श्री संतोष चालके, श्री करणी मंदिर निजी प्रन्यास के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व आमजन मौजूद थे।
जयपुर/बीकानेर, 28 अक्टूबर 2015