छत्तीस कौमों को साथ लेकर किया प्रदेश का विकास
किराड़ महासभा के 11वें अधिवेशन में श्रीमती राजे ने की शिरकत
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि 36 कौमों को साथ लेकर पिछले चार वर्षों में सभी वर्गों के उत्थान के लिए कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं जिससे प्रदेश अब मजबूत और अग्रणी पंक्ति में आ गया है।
श्रीमती राजे रविवार को कोटा में आयोजित किराड क्षत्रिय महासभा के 11 वें राष्ट्रीय महाधिवेशन में व भवन लोकार्पण समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कहा कि सभी व्यक्तियों एवं समाजों के सहयोग से प्रदेश का विकास होता है। युवा पढ लिखकर सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेंगे तो निश्चित रूप से समाज के साथ प्रदेश एवं देश का विकास भी तेजी से होगा। किराड क्षत्रिय समाज द्वारा देश के विकास में दिये अहम् योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जो समाज स्वाभिमानी एवं पराक्रमी रहा है, उन्नतशील किसान के रूप में देश की सेवा कर रहा है उसका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा किसान एवं गांव के विकास के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाएं लागू की हैं। चार साल में वित्तीय स्थिति को सुदृढ करते हुए लघु एवं सीमांत कृषकों के 50 हजार तक के कर्जे माफ किये हैं। इससे 25 लाख किसानों को लाभ मिलेगा। सरकार ने पिछले चार सालों में अलग-अलग मदों में किसान परिवारों को 38 हजार करोड का अनुदान दिया है। आजादी के बाद पहली बार किसानों के लिए ग्राम का आयोजन कर उन्नत तकनीकी की जानकारी देते हुए 4400 करोड के एमओयू किये गये हैं। इससे कृषि क्षेत्र में भी निवेश को बढावा मिला है। समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रत्येक किसान, मजदूर, व्यापारी एवं आमजन आत्मनिर्भर बनें, आगे बढे यह कोशिश रही है किसानों के लिए पहली बार कृषक कल्याण कोष की स्थापना की पहल की गई है। उन्होंने समाज की तरक्की के लिए बेटे-बेटियों में फर्क मिटाकर सबको शिक्षा दिलाने एवं देश-प्रदेश के विकास में भागीदारी बनने का आह्वान किया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संघर्ष किये बिना कभी सफलता नहीं मिलती। समाज, प्रदेश, देश में भागीदारी के साथ जिस क्षेत्र में कार्यरत हैं उसमें कडी मेहनत के साथ आगे बढें। सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए शिक्षित एवं जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी समाजों के आपसी समन्वय से आगे बढते हुए इस प्रकार की रूपरेखा तैयार करें कि सभी वर्गों का एक साथ विकास हो सके।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लाडली लक्ष्मी, कन्यादान योजना जैसी महिला सशक्तिकरण की योजनाओं से समाज में बदलाव आया है। उन्होंने बालिकाओं को बोझ नहीं मानते हुए शिक्षा दिलाने एवं सुविधाएं प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश के विकास के लिए समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए नशामुक्त एवं दहेजमुक्त समाज की पहल के लिए आगे आना होगा। उन्होंने किराड, धाकड, नागर एवं मालव समाज को एक मंच पर आने का आह्वान करते हुए कहा कि किसान देश-प्रदेश में नवाचारों को अपनाकर आगे बढें। उन्होंने युवा कृषक उद्यमी योजना को किसान वर्ग के युवाओं के लिए सपने साकार करने वाली बताते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में यह योजना वरदान साबित हो रही है। उन्होंने सामूहिक विवाह सम्मेलन को बढावा देने की बात कहते हुए 22 अप्रेल को भोपाल में समाज का परिचय सम्मेलन आयोजित करवाने की घोषणा की।
इससे पूर्व दोनों मुख्यमंत्रियों द्वारा मॉं सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर समारोह का शुभारम्भ किया तथा बटन दबाकर नवीन भवन एवं धरणीधर चौराहे का लोकार्पण किया। समाज के इतिहास एवं अधिवेश की स्मारिकाओं का विमोचन भी किया। नगर विकास न्यास अध्यक्ष एवं कायक्रम संयोजक श्री रामकुमार मेहता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए किराड महासभा द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवाजी पटेल, उपाध्यक्ष श्री प्रदीप चौहान, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, श्री ओम बिरला, संसदीय सचिव श्री नरेन्द्र नागर, मध्यप्रदेश के एग्रो चैयरमेन श्री रामकिशन चौहान, विधायकगण श्री भवानी सिंह राजावत, श्री हीरालाल नागर, श्री प्रहलाद गुंजल, श्रीमती चन्द्रकांता मेघवाल, श्री संदीप शर्मा, श्री विवेक धाकड, श्री ललित मीणा सहित बडी संख्या में अनेक राज्यों के समाजबंधु उपस्थित रहे।
जयपुर/कोटा 25 फरवरी 2018