मुख्यमंत्री श्रीमती राजे एवं केन्द्रीय मंत्री डाॅ. महेश शर्मा की उपस्थिति में 40 हजार 190 करोड़ रुपये के 112 एमओयू, 1.62 लाख को मिलेगा रोजगार
रिसर्जेंट राजस्थान के अन्तर्गत प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए गुरूवार को पर्यटन, नगरीय विकास, कृषि, उद्योग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, रीको, अक्षय ऊर्जा, कौशल एवं आजीविका विकास और उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में 40 हजार 190 करोड़ रुपये के 112 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इन एमओयू से प्रदेश में युवाओं के लिए लगभग एक लाख 62 हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे एवं केन्द्रीय पर्यटन, कला और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) श्री महेश शर्मा की उपस्थिति में संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों ने इन एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इनके तहत प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्रा में 3717 करोड़ रुपये, नगरीय विकास के क्षेत्रा में 10073 करोड़ रुपये, कृषि के क्षेत्रा में 1652 करोड़ रुपये, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रा में 18000 करोड़ रुपये, रीको के क्षेत्रा में 3220 करोड़ रुपये, उद्योग के क्षेत्रा में 2778 करोड़ रुपये, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्रा में 650 करोड़ रुपये और उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में 100 करोड़ रुपये का निवेश होगा ।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के दो एमओयू पर हस्ताक्षर
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा सोलर विण्ड हाईब्रिड पावर प्रोजेक्ट्स के लिए सुजलोन एनर्जी लिमिटेड के साथ एवं सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए एस.बी. सोलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू किये गये। 1500 मेगावाट क्षमता के पावर प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए सुजलोन एनर्जी लिमिटेड द्वारा लगभग 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाना प्रस्तावित है।
राज्य सरकार द्वारा सोफ्ट बैंक समूह की भारतीय सहयोगी कम्पनी एस.बी. सोलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ राज्य में 10 गीगावाॅट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रा स्थापित करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं। एस.बी. सोलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 6 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाना प्रस्तावित है। इन सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना एस.बी. सोलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तीन चरणों में किया जाना प्रस्तावित है।
उच्च शिक्षा में हुआ एक एमओयू
उच्च शिक्षा विभाग और सिम्बायोसिस सोसायटी, पुणे के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत संस्था जयपुर में एक निजी विश्वविद्यालय की स्थापना करेगी जिसमें संस्था द्वारा 100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा तथा इस प्रोजेक्ट में लगभग एक हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। प्रोजेक्ट तीन वर्ष में पूर्ण होगा। सिम्बायोसिस सोसायटी प्रबन्धन, मानविकी, विज्ञान,विधि, संगीत, संचार एवं जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्रा में स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के नवाचारी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करेगी। साथ ही प्रस्तावित विश्वविद्यालय में स्किल्स के विकास के संबंध में ऐसे पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे जो राजस्थान और देश की आवश्यकताओं के समीचीन हों। राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को सुगमता से पूर्ण करने हेतु अपना सहयोग प्रदान करेगी।
उद्योग विभाग के 7 एमओयू पर हस्ताक्षर
उद्योग विभाग द्वारा 7 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। ये एमओयू टैक्सटाइल स्पीनिंग, मेगा फूड पार्क एवं मार्बल स्लेरी से बिल्डिंग बाइन्डर बनाने के क्षेत्रों में निवेश के लिए किए गए। इन एमओयू से प्रदेश में 2778 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे लगभग 6300 लोगों को रोजगार मिलेगा।
राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के नौ एमओयू पर हस्ताक्षर
राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) द्वारा निवेशकों के साथ कुल नौ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इससे एल एण्ड टी, ओला, उबेर, एशियन पेन्ट्स, पीडिलाइट, चंबल फर्टिलाइजर, एनटीटीएफ, श्नीडर तथा ग्लास अकेडमी फाउन्डेशन जैसे प्रमुख उद्योगों एवं निवेशकों ने विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों जैसे कन्सट्रक्शन, ट्रेवल एवं टूरिज्म, पेन्ट, विद्युत उपकरण तथा मशीनों की रिपेयर आदि के लिए प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास तथा रोजगार के अवसर उपलध कराने के लिये राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों में पूर्ण सहयोग देने की प्रतिध्दता प्रदर्शित की है। कौशल विकास के लिए हस्ताक्षरित किए गए एमओयू राज्य के युवाओं के कौशल विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों को गति प्रदान करेंगे तथा आगामी तीन वर्षों में लगभग 80 हजार युवाओं के कौशल विकास एवं रोजगार के अवसर दिलाने में सहायक होंगे।
कृषि में हुए 8 एमओयू
कृषि विभाग द्वारा 8 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। माल्ट के लिए मैसर्स बार माल्टिंग लिमिटेड, नई दिल्ली, गेहूं व चने का आटा एवं कैटल फीड के लिए मैसर्स शिव महिमा मिल्क प्रोडक्टस प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर, ग्वार प्रसंस्करण प्लांट के लिए मैसर्स चैधरी ब्रदर्स एग्री एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, श्रीगंगानगर, फर्टिलाइजर प्लांट के लिए मैसर्स बोहरा इण्डस्ट्रीज लिमिटेड, उदयपुर, एग्री लाॅजिस्टिक पार्क के लिए मैसर्स मुस्सदीलाल प्रोजेक्ट लिमिटेड, हैदराबाद, माॅर्डन एग्रो वेयर हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए मैसर्स जे.आई.सी.एस. लाॅजिस्टिक, इन्दौर, रेडी टू ईट एण्ड रेडी टू कुक प्रोजेक्ट के लिए मैसर्स चोखी ढाणी फूड्स, जयपुर एवं आॅयल साॅल्वेन्ट एक्सट्रेसन एण्ड रिफाइनरी इकाई के लिए मैसर्स महेश एडिबल एग्रो आॅयल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, आगरा निवेशक कंपनियां हैं। राज्य में प्राप्त इन सभी प्रस्तावों से 1651.85 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त होगा तथा लगभग 3500 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
नगरीय विकास के लिए हुए 29 एमओयू
नगरीय क्षेत्रा की विभिन्न परियोजनाओं के लिए 29 निवेशकर्ताओं द्वारा कुल 10073 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इससे लगभग 35 हजार व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित होने की संभावना है। उक्त परियोजनाएं जयपुर, अजमेर, उदयपुर, भिवाड़ी, अलवर, भीलवाड़ा, बीकानेर आदि शहरों में प्रस्तावित है।
पर्यटन के लिए हुए 46 एमओयू
पर्यटन विभाग द्वारा निवेशकों के साथ 46 एमओयू किए गए। इससे राज्य में 3717 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इस निवेश से लगभग 11 हजार 600 व्यक्तियों के रोजगार के सृजन की संभावना है।
रीको द्वारा निवेशकों के साथ 9 एमओयू
रीको द्वारा निवेशकों के साथ 9 एमओयू किए गए। इन एमओयू से 3220 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे लगभग 25 हजार 700 व्यक्तियों के रोजगार सृजन की संभावना है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक एमओयू
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के साथ एक एमओयू किया गया। इस एमओयू से 650 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है।
जयपुर, 5 नवम्बर 2015