रिसर्जेंट राजस्थान से होगी विकास के नये युग की शुरूआत
40 हजार करोड़ के 112 एमओयू पर हस्ताक्षर
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि प्रदेश में रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट के माध्यम से आ रहे निवेश से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जिससे लोगों केे जीवन स्तर में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि रिसर्जेंट राजस्थान से प्रदेश में समृृद्धि एवं विकास के एक नए युग की शुरुआत होगी।
मुख्यमंत्री गुरुवार को होटल क्लाक्र्स आमेर में रिसर्जेंट राजस्थान के तहत निवेशकों के साथ एमओयू हस्ताक्षर समारोह में सम्बोधित कर रही थीं। कार्यक्रम में पर्यटन, यूडीएच, कृृषि, अक्षय ऊर्जा, स्किल डवलपमेंट, उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में 112 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इन एमओयू के माध्यम से प्रदेश में करीब 40 हजार करोड़ का निवेश आएगा जिससे 1 लाख 62 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
श्रीमती राजे ने कहा कि एक साथ हुए इतने एमओयू दर्शाते हैं कि राजस्थान में निवेश के लिए उपयुक्त माहौल बना है। राज्य सरकार की विभिन्न नीतियों ने निवेशकों को आकर्षित किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिन लोगों के साथ राज्य सरकार ने एमओयू हस्ताक्षर किए हैं वे जल्द से जल्द इन एमओयू के तहत आने वाली इन परियोजनाओं को धरातल पर लायेंगे ताकि आने वाले तीन सालों में हम सभी की मेहनत के बूते राज्य के विकास की नई इबारत लिखी जा सके। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उन्हें राज्य सरकार की तरफ से हर संभव सहयोग मिलेगा।
पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए हुए एमओयू पर खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान एवं पर्यटन एक सिक्के के दो पहलू हैं। राजस्थान का जिक्र किए बिना पर्यटन की बात अधूरी रह जाती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान का विश्व के पर्यटन मानचित्र पर अलग स्थान है। भारत आने वाले विदेशी पर्यटक राजस्थान जरूर आते हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश में लीक से हटकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए नई अफोर्डेबल हाउसिंग पाॅलिसी बनाई है, जिसके अच्छे परिणाम आज यहां सामने आये हैं। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हमने 25 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य तय किया था जबकि निवेशकों के उत्साह के चलते अब तक 40 गीगावाट क्षमता और एक लाख करोड़ से अधिक के एमओयू हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने नई ई-गवर्नेंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी नीति का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा प्रयास आईटी के क्षेत्र में पांच लाख प्रोफेशनल तैयार कर और दो हजार टेक्नोलाॅजी स्टार्टअप कम्पनियां शुरू कर राजस्थान को सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है।
समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय पर्यटन, कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री डाॅ. महेश शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार की सोच राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाईयों पर ले जाने की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की पहचान पर्यटन से है। यहां कानून व्यवस्था की अच्छी स्थिति और आदर-सत्कार की परम्परा के कारण पर्यटक आकर्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में विकास की योजनाओं को केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में 40 हजार करोड़ रुपये के एमओयू एक साथ होने पर खुशी जताते हुए कहा कि यह अपने आप में एक उत्सव है क्योंकि इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सर्राफ, कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, नगरीय विकास मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, पर्यटन, कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णेन्द्र कौर दीपा, राज्य मंत्री परिषद के सदस्य, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारी तथा निवेशक उपस्थित थे।
जयपुर, 5 नवम्बर 2015