अंडरपास बनने से मरीजों को मिलेगी परेशानी से निजात
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को एसएमएस अस्पताल एवं ट्रोमा सेन्टर के बीच बनाये जाने वाले अंडरपास का शिलान्यास किया।
श्रीमती राजे ने शिलान्यास के बाद कहा कि इस अंडरपास के बनने से मरीजों और उनके परिजनों को अस्पताल के मुख्य भवन से ट्रोमा सेन्टर जाने के लिये ट्रैफिक को पार नहीं करना पड़ेगा और उन्हें परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने अंडरपास के मॉडल का अवलोकन किया और अधिकारियों को निर्देश दिये कि अंडरपास का काम तय समय यानि 15 माह में पूरा कर लिया जाए। जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त श्री वैभव गालरिया ने अंडरपास में बनने वाले रैम्प और दुकानों के बारे में जानकारी दी।
करीब 15 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले इस अंडरपास से मरीजों को अब टोंक रोड के ट्रैफिक को पार कर नहीं जाना पडेगा और एसएमएस अस्पताल से ट्रोमा सेन्टर जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इस अंडरपास की टोंक रोड पर लम्बाई 34 मीटर एवं चौडाई 22.20 मीटर होगी। अंडरपास में कुल 22 दुकानें बनाई जायेंगी। इन दुकानों के सामने दोनों ओर आने-जाने के लिये 5-5 मीटर चौडा रास्ता होगा। एसएमएस अस्पताल से अंडरपास में जाने के लिये 53.60 मीटर लम्बा एवं 6 मीटर चौडा रैम्प जबकि ट्रोमा सेन्टर से अंडरपास में जाने के लिये 54 मीटर लम्बा और 4.5 मीटर चौडा रैम्प प्रस्तावित किया गया है। एसएमएस अस्पताल एवं ट्रोमा सेन्टर से अंडरपास में जाने के लिये सीढ़ियां और लिफ्ट की सुविधा होगी।
शिलान्यास कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ, नगरीय विकास मंत्री श्री श्रीचन्द कृपलानी, चिकित्सा राज्य मंत्री श्री बंशीधर बाजिया, जयपुर सांसद श्री रामचरण बोहरा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण श्री एन.सी. गोयल, अतिरिक्त मुख्य सचिव यूडीएच श्री मुकेश शर्मा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. यू.एस. अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर, 30 मई 2017