सभी मिलकर कदम बढ़ाएंगे तो प्रदेश विकास के शिखर को छुएगा

राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि हम सभी मिलकर कदम बढ़ायेंगे तब ही हमारा देश और प्रदेश विकास के ऊंचे प्रतिमान कायम कर सकेगा। उन्होंने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि सरकार और आम नागरिक दोनों मिलकर ही देश और प्रदेश को आगे ले जा सकते हैं।

श्रीमती राजे बुधवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में स्वाधीनता दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनता की, जनता के लिए सरकार है। जिसने जनता की आशा और अपेक्षा के अनुरूप नीतियां और कार्यक्रम बनाए। प्रदेश को हमने अपना परिवार मानकर विकास के कई कीर्तिमान कायम किए हैं। इस विकास यात्रा में कई महत्वपूर्ण मुकाम हमने हासिल कर लिए हैं लेकिन अभी भी कई शिखर छूने बाकी है। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि विकास की यह यात्रा अनवरत चलती रहे इसके लिए कभी न छूटने वाला आपका साथ चाहिए।

अथक प्रयासों से विकास का रथ फिर पटरी पर लाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वस्पर्शी और समावेशी विकास के लिए प्रगतिशील और दूरगामी सोच, नेक इरादे, साफ नीयत, दृढ़ इच्छाशक्ति और स्थायित्व की जरूरत होती है। विकास के जिस रथ को हमने 2003 से 2008 तक दौड़ाया था, यदि उसे रोका नहीं जाता, नीति-नीयत में निरन्तरता और स्थायित्व रहता तो प्रदेश की ऐसी हालत नहीं होती। 2013 में जनता ने जब हमें फिर से आशीर्वाद दिया तब सरकारी खजाने की हालत बहुत ही नाजुक थी। हमारे अथक प्रयासों के बाद विकास का रथ फिर पटरी पर आया।

सभी वर्गों के कल्याण के लिए दिल से काम किया

श्रीमती राजे ने कहा कि राजधर्म यही कहता है कि समाज के हर तबके का बिना किसी भेदभाव के विकास हो। हमारी सरकार ने सेवा को अपना धर्म मान कर करीब 50 महीनों में विकास और जनहित के वो काम कर दिखाए जो 50 साल शासन करने वाले नहीं कर सके। इन 50 महीनों में किसान, महिला, आदिवासी, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े, युवा, दिव्यांग, बुजुर्ग जैसे सभी वर्गों के कल्याण के लिए दिल से काम किया है।

जनता के बीच जाकर किया समस्याओं का समाधान

मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर यह देखा जाता है कि सरकारी योजनाएं बन्द कमरों में बैठ कर बनाई जाती है और सरकारें जनता से दूर रहती हैं, जनता की तकलीफें शासन-प्रशासन तक पहुंच ही नहीं पाती। हमने इस मिथक को तोड़ने का प्रयास किया है। हमारी सरकार लगातार जनता के बीच में ही रही। सरकार आपके द्वार, फिर उसके बाद आपका जिला आपकी सरकार और न्याय आपके द्वार जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से शासन-प्रशासन आम लोगों के घर तक पहुंचा और उनकी समस्याओं का समाधान किया।

अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आने को तैयार राजस्थान

श्रीमती राजे ने कहा कि विकास का एक विजन लेकर सरकार निरंतर आगे बढ़ती है तब ही उसके अच्छे परिणाम सामने आते हैं। जनता के विश्वास और 36 की 36 कौमों के साथ और टीम राजस्थान के प्रयासों से प्रदेश के विकास का रथ फिर तेजी से दौड़ रहा है और राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आने को तैयार है।

शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान की पूरे देश में सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के हालात किसी से छिपे नहीं थे। शिक्षकों की वैकेन्सी 50 प्रतिशत थी। कई स्कूलों में शिक्षकों के अभाव में ताले लग रहे थे और बच्चे सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हमने शिक्षकों की लगातार भर्ती की और इसका परिणाम यह रहा कि अब शिक्षकों की रिक्तियां 50 प्रतिशत से घटकर लगभग 20 प्रतिशत रह गई है। आने वाले समय में ये रिक्तियां महज 2 प्रतिशत रह जाएंगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारे प्रयासों से राजस्थान की रैकिंग 26वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गई। राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में हुए नवाचारों की पूरे देश में सराहना हुई।

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के हित को ध्यान में रखते हुए हमने बिना किसी भेदभाव के करीब साढ़े 6 हजार माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया। एक तरफ आजादी के बाद से 2013 तक यानि 50 साल में करीब सिर्फ 4 हजार उच्च माध्यमिक विद्यालय बने और दूसरी तरफ हमारे 50 महीनों में साढ़े 6 हजार उच्च माध्यमिक विद्यालय बन गए। यह तुलना हमारी सरकार के विकास की गति को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने समग्र सोच के साथ एक नीति बनाकर विद्यालयों का एकीकरण किया, जिसमें शिक्षकों के पद कम नहीं हुए। बिना किसी भेदभाव के आदर्श, उत्कृष्ट एवं विवेकानन्द विद्यालयों की स्थापना की।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने खचाखच भरे एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण किया। श्रीमती राजे ने परेड का निरीक्षण कर मार्चपास्ट की सलामी ली। परेड में आरएसी की 14वीं बटालियन, गुजरात पुलिस, पुलिस कमिश्नरेट जयपुर, जेल प्रहरी, जीआरपी, एसडीआरएफ, हाडीरानी महिला बटालियन, बॉर्डर होमगार्ड, अरबन होमगार्ड, एनसीसी (आर्मी बॉयज, आर्मी गर्ल्स, एयर विंग), स्काउट-गाइड एवं एमजीडी गर्ल्स स्कूल की प्लाटून ने भाग लिया।

समारोह में मुख्यमंत्री ने विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक, प्रशंसा पत्र, योग्यता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए।

इस अवसर पर आकर्षक बैण्डवादन की प्रस्तुति दी गई। समारोह में लोक कलाकारों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रांतों के सामूहिक लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी।

अंत में राष्ट्रगान के साथ भव्य समारोह का समापन हुआ। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी तथा गणमान्यजन सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

जयपुर, 15 अगस्त 2018