रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट में नीतिगत जटिलताओं को दूर करने पर होगी वार्ता
“रेगुलेटरी रिफोर्म्स” सत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उचित विनियामक ढांचे के महत्व पर होगा जोर
जयपुर में 19 एवं 20 नवम्बर को आयोजित होने वाले ‘रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरषिप समिट में ‘रेगुलेटरी रिफॉर्म्सः क्रिएटिंग अ इन्वेस्टर-फ्रेंडली एनवायरनमेंट’ (Regulatory Reforms: Creating an Investor-Friendly Environment) पर एक विषेष सत्र का आयोजन किया जायेगा। इस सत्र का उद्देष्य निवेशकों के अनुकूल वातावरण तैयार करना है जिसमें अनेक उद्योगपति और वरिष्ठ राजकीय अधिकारी भाग लेंगे।
गत वर्ष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद से मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल एवं टेलीकाॅम के क्षेत्र के नीतिगत मामलों में राज्यों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया गया है। समिट में राज्य सरकार द्वारा इन क्षेत्रों के संबंध में नीतिगत मामलों पर विचार-विमर्ष किया जायेगा।
यह सत्र मुख्य रूप से उचित नीतियों एवं रेगुलेटरी फ्रेमवर्क की उपयोगिता और निवेषकों को आकर्षित करने के लिए संबंधित कानून एवं रेगुलेषन के लागू करने के लिए उत्तरदायी सहयोगी संस्थाओं की कुषल कार्य प्रणाली के विचार-विमर्ष पर केन्द्रित होगा। सत्र में राज्य के भौतिक एवं सामाजिक आधारभूत ढ़ाचें पर भी विचार किया जायेगा क्योंकि यह निवेषकों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के पूरक तत्व होते हैं। आषा है कि इन प्रयासों से राजस्थान में कारोबार करने में सुगमता आयेगी।
इस सत्र का मुख्य उद्देश्य रेगुलेषन लागू करने वाले राजकीय अधिकारियों और उद्यमियों के मध्य द्विपक्षीय वार्ता स्थापित करना है। सत्र के मुख्य अतिथि केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री, श्री अनंत कुमार होंगे। सत्र में सम्बोधित करने वाले प्रमुख सरकारी अधिकारियों में डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पाॅलिसी एंड प्रमोशन के सचिव, श्री अमिताभ कांत; एक्सपर्ट कमेटी आॅन ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के चेयरमैन, डॉ अजय शंकर और राजस्थान सरकार के कमिश्नर इंडस्ट्रीज, श्री अभय कुमार होंगे। उद्योग जगत से एशियन डवलपमेंट बैंक की कंट्री डायरेक्टर (इंडिया), श्रीमती एम. टेरेसा खो; हीरो मोटो कॉर्प के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री सुनील कांत मुंजाल और डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के चेयरमैन एवं सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री अजय श्रीराम होंगे।
श्री अजय श्रीराम ने राज्य सरकार के सुधारवादी दृष्टिकोण की प्रंषसा की और कहा कि “राजस्थान में निवेष के लिये अनुकूल वातावरण है। यहां प्रगतिषील राजनीतिक नेतृत्व है, जिम्मेदार नौकरषाही, पर्याप्त भूमि, बाजार तक पहुंच और परिश्रमी युवा आबादी है। इसके अतिरिक्त कारोबारी माहौल में सुधार के लिए की गई अनेक नीतिगत घोषणाओं से राज्य प्रगति पथ पर अग्रसर है।”
राज्य में व्यापारिक वातावरण की विस्तृत चर्चा करते हुए श्री अजय श्रीराम ने आगे कहा कि “राजस्थान देष के उन कुछ अग्रणी राज्यों में से एक है, जो जानते हैं कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना वर्तमान समय की आवष्यकता है। राज्य में निवेष और विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। मुझे विष्वास है कि इसके परिणामस्वरूप रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे और गरीबी कम करने में मदद मिलेगी।
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पाॅलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) द्वारा सितम्बर 2015 में भारत में राज्यों की ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में रैंकिंग पर एक मूल्यांकन रिपोर्ट प्रकाषित की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान बिजनेस रिफॉर्म्स में अन्य कई राज्यों से अग्रणी है। राजस्थान को टैक्स एवं एनवायरनमेंटल प्रोसीजर के अनुपालन, इंस्पेक्शन करने, भूमि आवंटित करने और समय पर निर्माण परमिट प्रदान करने के लिए भारत में शीर्ष 5 राज्यों में स्थान दिया गया है।
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरषिप समिट के बारे मेंः
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरषिप समिट 19-20 नवम्बर, 2015 को जयपुर में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में राजस्थान में निवेश के माहौल और अवसरों पर वार्ता करने के लिए दुनिया भर के प्रमुख निवेशक और नीति निर्माता, राजनीतिक नेतृत्व, अधिकारी, स्थानीय व्यापार जगत के लीडर्स एक मंच पर आयेंगे। यह समिट सीआईआई के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जा रही है। समिट के दौरान थिमेटिक सेमिनार, कन्वेंषन, पैनल डिस्कषन, डिस्कषन फोरमस्, बी 2 बी व बी 2 जी मीटिंग्स, एग्जीबिषन पैवेलियन एवं अन्य नेटवर्किंग कार्यक्रम होंगे। राज्य सरकार को आषा है कि इस समिट के परिणामस्वरूप राज्य में वैश्विक निवेशकों का रुझान और निवेष के प्रति प्रतिबद्धता बढ़ेगी। अधिक जानकारी के लिये कृपया विजिट करेंः http://resurgent.rajasthan.gov.in/
जयपुर, 7 नवम्बर 2015