निवेश के लिए माॅडल स्टेट है राजस्थान
मुख्यमंत्री ने रशियन इन्वेस्टर्स मीट को किया संबोधित
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने रूस के उद्योग एवं व्यापार जगत की हस्तियों को राजस्थान में निवेश करने एवं रिसर्जेंट राजस्थान में भागीदारी निभाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में निवेश के लिए वर्तमान में बेहतर माहौल और अनुकूल परिस्थितियां हैं। रूस के निवेशक इनका लाभ लेकर राजस्थान के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
श्रीमती राजे बुधवार को माॅस्को में रशियन चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के तत्वावधान में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में रूस के उद्योग एवं व्यापार जगत के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने राजस्थान में उपलब्ध निवेश की अपार संभावनाओं एवं निवेशकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने रूसी उद्यमियों को बताया कि राजस्थान तेजी से विकास की ओर अग्रसर राज्यों में शुमार है। हमारे पाॅलिसी फ्रेमवर्क की चर्चा विश्वभर में हो रही है। राजस्थान रेलवे नेटवर्क और राजमार्गों की दृष्टि से भारत में पहला स्थान रखता है। ऊर्जा उत्पादन के मामले में हम सरप्लस हैं और नवीनीकृत ऊर्जा में हम पूरे विश्व में आगे हैं। देश के मार्केट तक हमारी आसान पहुंच और स्किल्ड मैन पावर के माध्यम से राजस्थान ने आदर्श निवेश स्थल के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है।
तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और कौशल विकास में सर्वश्रेष्ठ
श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जिसका आकार जर्मनी जितना है। राजस्थान भारत की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था वाले राज्यों में से एक है। क्षेत्र आधारित विशेष औद्योगिक जोन स्थापित करने वाला राजस्थान पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में निजी क्षेत्र मे कई विश्वविद्यालय एवं काॅलेज खुले हैं, जहां स्किल्ड मैन पावर तैयार हो रहा है। राज्य सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम लागू किया है, जिसमें बड़े औद्योगिक घराने भी युवाओं का कौशल विकास करने में सरकार का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में राजस्थान को कौशल विकास में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया है।
खनिजों का भंडार, सौर ऊर्जा में अव्वल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में खनिजों एवं बहुमूल्य पत्थरों के प्रचुर भंडार हैं। प्रदेश में क्ले, वाॅलेस्टोनाइट, क्वार्टज-फेल्सपार एवं जिप्सम के भंडार हैं। राॅक फाॅस्फेट के उत्पादन में राजस्थान का पहला स्थान है, साथ ही लाइमस्टोन का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता राज्य है। राजस्थान में विश्व के श्रेष्ठ मार्बल, ग्रेनाइट एवं सेंड स्टोन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य की रोशनी की भरपूर उपलब्धता के कारण राजस्थान विश्व के श्रेष्ठ सौर ऊर्जा उत्पादक स्थलों में से एक है। पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तान में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए बड़े-बड़े भूखण्ड उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने 34 गीगा वाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए एमओयू किए हैं। हमारे यहां सोलर पीवी सेल्स निर्माण यूनिट स्थापना के भी काफी अवसर हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह भारी मशीनरी में रूस विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है, राजस्थान भी इंजीनियरिंग विशेषकर आॅटोमोटिव इंजीनियरिंग में विशेष दक्षता रखता है।
रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए अनुकूल स्थितियां
श्रीमती राजे ने कहा कि रक्षा प्रौद्योगिकी में भारत और रूस के पुराने संबंध हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ’मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत संयुक्त उपक्रम के रूप में रक्षा क्षेत्र में निर्माण इकाइयां आसानी से स्थापित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी परियोजनाओं के लिए राजस्थान एक आदर्श स्थल साबित हो सकता है, क्योंकि हमारे यहां उपकरण निर्माण संयंत्रों और परीक्षण स्थलों के लिये विशाल भूखंड के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक आसान पहुंच उपलब्ध है। उन्होंने रूस की कम्पनियों को राजस्थान में रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर तथा मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष श्री सी.एस राजन भी उपस्थित थे।
इससे पहले मुख्यमंत्री मंगलवार रात को यकातेरिनबर्ग से माॅस्को पहुंचीं। यहां माॅस्को में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
माॅस्को/जयपुर, 13 जुलाई 2016