समस्याओं के निस्तारण के साथ-साथ हो रहे जनहित के काम
राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार अभियान न केवल आमजन की राजस्व समस्याओं के निस्तारण में वरदान साबित हो रहा है, बल्कि जनहित के कार्यों में भी इस अभियान का महत्वपूर्ण योगदान सामने आ रहा है। लोग इस अभियान के माध्यम से अपनी भूमि सार्वजनिक कार्यों के लिए समर्पित कर रहे हैं। इससे लोगों की बरसों पुरानी मांग पूरी करने में मदद मिल रही है और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में भी सहयोग मिल रहा है।
ऎसे ही कुछ मामले नागौर में अभियान के तहत आयोजित शिविरों में सामने आए, जिनमें विभाजन एवं राजस्व अभिलेखों में शुद्धिकरण जैसे कार्यों के साथ-साथ ग्रामीणों ने स्वेच्छा से सार्वजनिक कार्यों के लिये अपनी भूमि का समर्पण किया।
सोमवार को नागौर उपखण्ड क्षेत्र के सथेरण निवासी गंगा राम पुत्र गोमदराम ने सार्वजनिक टांके के निर्माण के लिये अपनी 16 बीघा तीन बिस्वा जमीन में से सरकार को आवश्यक जमीन खुशी-खुशी समर्पित की। गंगाराम ने शिविर में उपस्थित होकर सम्पूर्ण दस्तावेज के साथ भूमि समर्पण का शपथ-पत्र प्रस्तुत किया। गंगाराम की इस पहल से न केवल ग्रामवासियों को टांके की सौगात मिल सकेगी, बल्कि इससे अन्य लोगों को भी जनहित के कार्यों में योगदान के लिए प्रेरणा मिल रही है।
इसी तरह सथेरण के ही जयनारायण पुत्र हेमाराम ने भी अपनी 13 बीघा 10 बिस्वा जमीन में से 0.5 बिस्वा भूमि राज्य सरकार के पक्ष में समर्पण कर दी। इस भूमि के समर्पण होने से रास्ता बनाने में आसानी होगी। इससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी।
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