सफलता के लिए बनें ऑल राउण्डर
सीएम का सीकर में विद्यार्थियों से संवाद
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जिन्दगी जिन्दादिली का नाम है। पढ़ाई के साथ-साथ स्टूडेंट जीवन में जोश, जुनून और शरारत का रंग भरकर सुनहरे भविष्य का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि सिर्फ पढ़ाकू बनने से ही काम नहीं चलेगा, सफलता के लिए ऑल राउण्डर बनना जरूरी है।
श्रीमती राजे बुधवार को सीकर के स्मृति वन में विद्यार्थियों से संवाद कर रही थीं। हजारों स्कूली विद्यार्थियों के साथ इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबके बीच आकर मैं अपने आपको और अधिक ऊर्जावान महसूस कर रही हूं।
पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लें
श्रीमती राजे ने कहा कि आप सब सिर्फ किताबों तक ही सीमित न रहें, बल्कि संगीत, खेलकूद, योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इससे न केवल आपका व्यक्तित्व निखरेगा बल्कि तनाव कम होगा और सफलता आपके कदम चूमेगी।
आप में से कितने म्यूजिक सुनते हैं और शरारत करते हैं ?
मुख्यमंत्री ने इन युवाओं को जीवन में रचनात्मकता का संदेश देते हुए पूछा कि आप में से कितने विद्यार्थी ऐसे हैं जो म्यूजिक सुनते हैं और थोड़ी-थोड़ी शरारत भी करते हैं ? श्रीमती राजे के इस सवाल को अपने जीवन से जुड़ा पाकर विद्यार्थियों ने जमकर तालियां बजाई और संकल्प लिया कि वे अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए पढ़ाई में कड़ी मेहनत के साथ-साथ आनन्द, उत्साह और उमंग से जीवन जियेंगे।
गौतम बुद्ध के जीवन से लें प्रेरणा
श्रीमती राजे ने बच्चों को तनाव मुक्त जीवन के लिए भगवान गौतम बुद्ध के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। एक ही दिन में कई बार हमें खुशी और निराशा का भाव महसूस होता है, लेकिन कभी हताश नहीं होना है और हमेशा सकारात्मक सोच के साथ हर लक्ष्य को हासिल करना है।
इस अवसर पर चिकित्सा मंत्री श्री कालीचरण सराफ, देवस्थान राज्यमंत्री श्री राजकुमार रिणवा, चिकित्सा राज्यमंत्री श्री बंशीधर खण्डेला, सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रेमसिंह बाजौर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा, भूदान बोर्ड अध्यक्ष श्री रामनारायण नागवा, माटी कला बोर्ड अध्यक्ष श्री हरीश कुमावत, सांसद श्री सुमेधानन्द, विधायक श्री गोरधन वर्मा, श्री रतनलाल जलधारी, श्री झाबरसिंह खर्रा, श्री रामलाल शर्मा, जिला प्रमुख सुश्री अपर्णा रोलन, यूआईटी चेयरमैन श्री हरिराम रिणवा सहित सीकर के विभिन्न निजी स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थी उपस्थित थे।
जयपुर, 18 जनवरी 2017