मुख्यमंत्री ने खुद फावड़ा-तगारी उठा जल स्वावलम्बन अभियान का किया शुभारंभ
अभियान को सफल बनाने तन-मन-धन से जुटी जनता
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के आह्वान पर बुधवार को लोग मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को सफल बनाने के लिए उमड़ पडे़। मुख्यमंत्री ने अभियान के लिए खुद फावड़ा-तगारी उठाई तो लोगों ने भी तन-मन और धन से इस अभियान को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अकेले झालावाड़ में कुछ ही घंटों में लोगों ने 7 करोड़ से अधिक की धनराशि इस अभियान के लिए दी।
श्रीमती राजे ने बुधवार को वैदिक मंत्रोच्चार एवं सर्व धर्म प्राथनाओं के बीच झालावाड़ जिले के गर्दनखेड़ी गांव से प्रदेश में ’मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’ का शुभारंभ किया। इसके साथ ही प्रदेश के 3529 गांवों में आज मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान का आगाज हो गया। मुख्यमंत्री ने जन भागीदारी की अनूठी मिसाल पेश करते हुए गर्दनखेड़ी गांव में चेची तालाब के सुदृढ़ीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं फावड़ा और तगारी थामकर आधे घंटे तक श्रमदान किया। श्रीमती राजे ने न केवल मिट्टी खोदी बल्कि अपने सिर पर तगारी रखकर उसे तालाब की पाल पर भी पहुंचाया।
पुलिस ने दिया एक दिन का वेतन
मुुख्यमंत्री की अपील पर धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों और आमजन ने खुले दिल से अभियान में अपना सहयोग दिया। प्रदेशभर के पुलिसकर्मियों ने अपना एक दिन का वेतन इस अभियान के लिए दिया है। इस अवसर पर श्रीमती राजे ने कहा कि जिस तरह से लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं, प्रदेश को जल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का हमारा सपना जरूर पूरा होगा।
जलक्रांति का संवाहक बनेगा जल स्वावलम्बन अभियान
श्रीमती राजे ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान प्रदेश में जलक्रांति का संवाहक बनेगा। इससे अकाल को सुकाल में बदलने के प्रयास होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि नदियों को जोड़ा जाए, हमने राजस्थान में इसकी पहल की है और वाटरशेड के कार्यों के जरिए इस काम को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 8 सूखाग्रस्त जिलों में जल स्वावलम्बन के तहत कार्य किए गए, आज वे सभी 8 जिले जल के लिए आत्मनिर्भर हो गए हैं। हमें भी अपने प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है।
3529 गांवों में एक साथ आगाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज करीब 3529 गांवों में यह अभियान एक साथ शुरू किया गया है। इन गावों में 30 जून तक काम पूरा हो जाएगा और आगामी वर्ष में इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने इस अभियान में सहयोग के लिए जनप्रतिनिधियों, धार्मिक एवं अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों, अधिकारी-कर्मचारियों, मीडिया एवं पंचायतीराज के प्रतिनिधियों सहित पूरी जनता को धन्यवाद दिया।
अभियान की सफलता के लिए लिया आशीर्वाद
श्रीमती राजे ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की सफलता के लिए इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न धर्मों के धर्म गुरूओं से आशीर्वाद भी लिया। ज्योतिर्मठ अवांतर पीठ भानपुरा मध्यप्रदेश के स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, शंकराचार्य मठ भानपुरा के युवाचार्य ज्ञानानन्द तीर्थ, फादर थाॅमस (झालावाड़), ज्ञानी प्रीतम सिंह (मंगलपुरा, झालावाड़), पिड़ावा के शहर काजी मुफ्ती अमीरूद्दीन ने इस अवसर पर प्रार्थनाएं की। श्रीमती राजे ने इस अवसर पर लगाई गई जल स्वावलम्बन अभियान से सम्बन्धित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
राजकीय योजनाओं में एक ही दिन में 50 करोड़ की राशि वितरित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न राजकीय योजनाओं के तहत 6 हजार 758 लोगों को 50 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि वितरित की। इसमें करीब 43 करोड़ रुपए का वितरण मनरेगा के तहत अपना खेत अपना काम योजना में किया गया, जो एक रिकाॅर्ड है। इस अवसर पर केंद्रीय सहकारी बैंक, झालावाड़ की ओर से किसानों को 2 करोड़ 70 लाख रुपए वितरित किए गए।
झालावाड़ की 7 पंचायतें खुले में शौच मुक्त
मुख्यमंत्री ने समारोह में स्वच्छ भारत मिशन के तहत झालावाड़ की सात ग्राम पंचायत पारा पीपली, छछलाव, बड़बड़, चंदीपुर, दींवलखेड़ा, बड़ौदिया एवं बोरदा को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए इन पंचायतों के सरपंचों एवं अन्य प्रतिनिधियों की सराहना की। उल्लेखनीय है कि आदर्श ग्राम योजना के तहत छछलाव गांव मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने गोद लिया है।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री यूनुस खान, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार, विधायक श्री नरेन्द्र नागर, श्री रामचंद्र सुनारीवाल, जिला प्रमुख श्री टीना कुमारी भील, समाजसेवी श्री श्यामसुंदर शर्मा, पंचायतराज प्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
जयपुर/झालावाड़, 27 जनवरी 2016